चीन: भारत के प्रधानमंत्री मोदी कुछ दिनों पहले चीन की यात्रा थे. इसी बीच शनिवार को चीन ने कहा कि आपसी-संपर्क को लेकर भारत के साथ उसका कोई बुनियादी मतभेद नहीं है.साथ ही चीन ने कहा कि वह भारत पर बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव को लेकर वह अधिक दबाव नहीं डालेगा. बीआरआई दोनों देशों के द्विपक्षीय संबंधों में बड़ा बाधक रहा है.
गौरतलब है कि चीन के राष्ट्रपति शी जिनफिंग ने 2013 में सत्ता में आने के बाद कई अरब डॉलर के बीआरआई इस योजना की शुरुआत की थी. इस योजना के अंतर्गत चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारा (सीपेक) भी शामिल है, जिसका भारत शुरू से ही विरोध करता रहा है क्योंकि यह योजना पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर से होकर गुजरती है.
चीन के उप विदेश मंत्री कांग श्वानयू ने कहा, ‘‘हमें लगता है कि आपसी संपर्क को बढ़ावा देने के मुद्दे पर चीन और भारत के बीच कोई बुनियादी मतभेद नहीं है.’’ उन्होंने कहा, ‘‘जहां तक भारत द्वारा बेल्ट एंड रोड को स्वीकार किए जाने की बात है तो मुझे नहीं लगता है कि यह अहम है और चीन इसको लेकर दबाव नहीं डालेगा.’’ विदेश मंत्री ने कहा कि दोनों देश सैन्य और सुरक्षा संपर्क तंत्र को बेहतर बनाने की दिशा में काम करेंगे.
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