नासिक : देश इन दिनों एक बार फिर नकद के संकट से जूझ रहा है , जबकि इन दिनों वैवाहिक कार्यक्रम होने से लोगों को ज्यादा नकद की जरूरत पड़ रही है. हालाँकि नकद का संकट उभरने पर आरबीआई बड़ी संख्या में एटीएम और बैंकों तक नोटों को भेजने की व्यवस्था कर रही है.इस बीच नोटों की छपाई न होने को लेकर जो बात सामने आई है , वह चौंकाने वाली है. सूत्रों के अनुसार नासिक नोट प्रेस में स्याही खत्म हो जाने के कारण नोटों की छपाई नहीं हो पा रही है.
इस बारे में छापाखाना कामगार परिसंघ के अध्यक्ष जगदीश गोडसे ने बताया कि नोटों को छापने के लिए जिस स्याही का उपयोग किया जाता है उसे आयात किया जाता है. ये स्याही फ़िलहाल उपलब्ध नहीं है. इस कारण 200 रुपये और 500 रुपये के नोटों की छपाई रुक गई है.गोडसे ने देश में कैश की कमी का एक कारण स्याही ख़त्म होना भी हो सकता है.
आपको यह जानकर हैरानी होगी कि नासिक की नोट प्रेस में पिछले नवंबर से 500 रुपये का नोट नहीं छपा. जबकि प्रेस में अप्रैल से 200, 100 और 50 रुपये के नोटों की प्रिंटिंग में 44 प्रतिशत की कमी आई है.मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, नासिक प्रेस ने नोटों की छपाई 2017-18 का लक्ष्य 18 मिलियन नोट पूरा होने से छपाई रोक दी थी.जबकि 200 रुपये का नोट एमपी के देवास की प्रिंटिंग प्रेस में छापने के आदेश दिए हैं.
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