गुरूवार के दिन विवाह योग्य युवक युवतियों को न केवल पीली वस्तुओं को दान करने का विधान ज्योतिष शास्त्र में बताया गया है वहीं विद्यार्थियों को भी विद्या प्राप्ति के लिये माता सरस्वती की आराधना करना चाहिये। इसके अलावा गुरूवार को ही शुभ मुर्हूत में पुखराज रत्न पहना जाये तो शुभ फल की प्राप्ति होती है।
पुखराज हो या फिर अन्य रत्न ही क्यों न हो, इन्हें वार तथा मुर्हूत के हिसाब से ही धारण करने की जरूरत होती है, अन्यथा रत्न पहनने का फल प्राप्त नहीं होता है। गुरूवार के दिन पीली वस्तुओं का दान करने से विवाह के योग बनना शुरू हो जाते है तथा सरस्वती की आराधना करने से विद्यार्थियों को सफलता अवश्य ही प्राप्त होती है, इस बात का विश्वास माॅं सरस्वती पर रखना चाहिये।
सरस्वती की पूजन आराधना में यदि पीले फूल का उपयोग किया जाये तो भी अति उत्तम होता है। गुरूवार शुभ दिन माना जाता है तथा इस दिन शुभ मुर्हूत देखकर भी कोई विशेष कार्य किया जा सकता है।