दुनिया में ना जाने कितनी ही जेल हैं और उन जेलों में ना जाने कितने ही कैदी. अब आज हम जिस जेल की बात कर रहे हैं वहां केवल एक ही कैदी हैं. जी हाँ, जिस जेल के बारे में आज हम आपको बताने जा रहे हैं वहां केवल एक ही कैदी है, अब आप सोच रहे होंगे कि ऐसा क्यों..? तो आइए हम आपको बताते हैं कि आखिर क्यों ऐसा है. दरअसल हम बात कर रहे हैं गुजरात के एक छोटे से द्वीप की, जहाँ पर एक बड़ी सी जेल है. यहाँ पर जेल में केवल एक कैदी रहता है जिसका नाम है दीपका कांजी. दीपका की उम्र 30 साल है और उसे यहाँ 20 लोगों के रहने वाले एक सेल में रखा गया है.
गाँव के लिए ये कुत्ता करता है अनोखा काम
वहां रहते हुए उसे कई बाते सिखाई गई हैं जैसे - उसे कहा गया था कि वह दूरदर्शन और कुछ आध्यात्मिक चैनल देखे, गुजराती अखबार और पत्रिकाएं पढ़े. उसके बाद उसे शाम को दो घंटे 4 से 6 बजे तक पार्क में टहलाने भी लेकर जाया जाता हैं. दीपक एक अकेला कैदी है इस वजह से उसे खाने के लिए एक रेस्टोरेंट से खाना मंगवाकर दिया जाता है. दीपक जिस जेल में रह रहा है व एक किले जैसी है और करीब 472 साल पुरानी है. इस जेल को जल्द ही भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण को दिया जाने वाला है और उसके पहले दीपका को वहां से कहीं और शिफ्ट कर दिया जाएगा. यहाँ पर कैदियों को रखने पर खर्च ज्यादा आता है इस वजह से यहाँ पर केवल एक कैदी है.
मास्टरबैशन कर रहे हैं तो इन बातों का रखें खास ध्यान
दीपक का खर्च 32,000 रुपए तक आता है इस वजह से जल्द ही उसे भी यहाँ से दूसरे जेल ले जाने का बंदोबस्त किया जा रहा है. आपको बता दें कि दीपका के साथ जेल में दो और कैदी थे लेकिन उनकी सजा पूरी होते ही वह चले गए, अब जेल में केवल दीपक बचा है. दीपका पर अपनी पत्नी को जहर देकर मारने के केस में जेल में बंद किया गया है. दीपका का मामला अब भी कोर्ट में चल रहा है.
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