नई दिल्ली : नोटबंदीसे उत्पन्न हो रही जनता की समस्याओं को राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के समक्ष रखने के लिए विपक्ष के नेता शुक्रवार को राष्ट्रपति भवन पहुंचे. बता दें कि संसद का शीतकालीन सत्र नोटबंदी पर हंगामे के चलते बेकार चला गया. पूरे सत्र के दौरान इस मुद्दे पर संसद में कोई चर्चा नहीं हुई.जबकि, उधर कांग्रेस पार्टी के प्रतिनिधिमंडल की पीएम से मुलाकात की तो विपक्ष में शामिल कई पार्टियां नाराज हो गईं. जिसके कारण 4 पार्टियों के सांसद राष्ट्रपति से मिलने नहीं पहुंचे.
राष्ट्रपति से नोटबंदी के मुद्दे पर मिलने के बाद राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने बताया कि हमने मांग रखी है कि संसद में नोटबंदी के मुद्दे पर चर्चा होनी चाहिए. उन्होंने राष्ट्रपति के समक्ष सरकार के इस फैसले के बाद किसानों, छोटे व्यापारियों को हो रही समस्याओं से अवगत कराया.
स्मरण रहे कि 16 नवम्बर से शुरू हुए संसद के शीतकालीन सत्र में नोटबन्दी को लेकर विपक्ष द्वारा रोजाना मचाए जा रहे हंगामे के कारण विधायी कार्य बहुत कम हो पाया. नोटबन्दी को लेकर दोनों पक्षों में मतभेद बने हुए हैं. सरकार चर्चा कराना चाहती है, लेकिन विपक्ष रोज नए बहाने बनाकर हंगामा कर रहा है.