नई दिल्ली: पूरी दुनिया को तेल वितरित करने वाले ओपेक देशों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्पष्ट कहा कि अनुचित तरीकों से कच्चे तेल की कीमतों को तय करने में मनमानी ठीक नहीं है.पीएम ने तेल की उचित कीमत तय करने के लिए विश्व स्तर पर सहमति बनाने पर जोर दिया.
उल्लेखनीय है कि दिल्ली में आयोजित 16वें अंतर्राष्ट्रीय ऊर्जा मंच की मंत्री स्तरीय बैठक में मोदी ने तेल उत्पादक देशों को दो टूक कहा कि दुनिया लंबे अर्से से तेल की कीमतों को रोलर कोस्टर पर देख रही है. हमें उत्पादक और उपभोक्ता दोनों के हितों को देखते हुए इसकी कीमतों को लेकर कोई समझदारी भरा फैसला लेने की जरूरत है.दुनिया को तेल और गैस के लचीले और पारदर्शी बाजार की और रुख करना चाहिए .प्रधानमंत्री ने कहा कि यह तेल उत्पादक देशों के हित में है कि अन्य अर्थव्यवस्थाएं भी स्थिरता के साथ प्रगति करे.इस प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल विश्व सहमति बनाने के लिए किया जाए.
बता दें कि सरकार ने वित्त और पेट्रोलियम मंत्रियों को वर्तमान नीलामी में सफल बोलीदाता को तेल एवं गैस ब्लाक आवंटित करने की इजाजत दे दी.आपको बता दें कि तेल उपभोग के मामले में भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा देश है. अगले 25 वर्ष तक भारत की ऊर्जा खपत 4.2 प्रतिशत की दर से बढ़ेगी. यह रफ्तार दुनिया में सबसे तेज होगी.
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