आज पीएम मोदी ने 40 वी बार मन की बात की शुरुआत प्रकाश त्रिपाठी के पत्र से की. पत्र के द्वारा उन्होंने 1 फरवरी को कल्पना चावला की पुण्यतिथि का जिक्र करते हुए बात की शुरु की. आज पीएम ने मन की बात में नारी शक्ति की असमितित क्षमताओं को प्रमुखता से पेश किया. पीएम ने कहा महिलाये प्रेरणा दे रही है. महिलाएं हर क्षेत्र में तेजी से आगे बड़ रही है. प्राचीन काल से महिलाओ का समाज में योगदान दुनिया को अचंभित किया है.
बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का नारा स्कन्द पुराण से लिया गया है. स्कन्द पुराण में एक बेटी को दस बेटो के बराबर है कहा गया है जो नारी के महत्त्व को दर्शाता है. नारी को शक्ति का दर्जा प्राप्त है जो सबको एकता के सूत्र में बांधती है. अहिल्याबाई होल्कर और लक्ष्मी बाई की वीरता हमें प्रेरित करती रही है. उन्होंने पत्र के आधार पर रक्षा मंत्री सीतारमण को भी एक उदहारण बताया और कहा कि नारी नेतृत्व भी कर रही है.नीव के पत्थर रख रही है.
उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति ने देश की वीमन अचीवर्स से मुलाकात कर उन्हें प्रोत्साहित किया. पहली महिला महिला ड्रायवर से अपने अपने क्षत्र कि प्रथम महिलाओ को मेरा भी सलाम. पीएम ने कहा कि नारी ने संकल्प के आगे सबको झुकाया है. वीमन अचीवर्स पर एक पुस्तक नरेंद्र मोदी वेब साइड पर है जो नारी शक्ति की भूमिका पर प्रकाश डालती है.
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"मन की बात" का 40 वां संस्करण आज
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