संसद में शीतकालीन सत्र चल रहा है और आज तीसरा दिन है इस तीसरे दिन की शुरुआत ही हंगामे के साथ हुई. संसद के अंदर और बाहर दोनों तरफ से विपक्षी सरकार को घेर रहे है. जहां एक और संसद के बाहर तृणमूल कांग्रेस के सांसद FBDI का विरोध कर रहे है, वहीं संसद के अंदर पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की देशभक्ति पर उठाए गए सवाल पर कांग्रेस ने राज्यसभा में नाराजगी जताई है. कांग्रेस की ओर से पार्टी के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से माफी की मांग उठाई है.
आपको बता दें कि मनमोहन सिंह पर बयान के मुद्दे को लेकर सरकार की ओर से वित्त मंत्री अरुण जेटली ने पक्ष रखा. उन्होंने कहा कि वे एक बैठक करेंगे, जिसमें विपक्ष के नेता भी शामिल होंगे और इस मुद्दे के समाधान पर बातचीत करेंगे. दरअसल, पीएम मोदी ने हाल ही में कहा था कि मनमोहन पाकिस्तान के साथ मिलकर साजिश रच रहे हैं. पीएम ने एक रैली के दौरान कहा था कि मनमोहन पाकिस्तान के राजनायिकों के साथ बैठक कर गुजरात में उन्हें हराने की कोशिश कर रहे हैं.
इससे पहले राज्यसभा में आपराधिक नेताओं के खिलाफ कार्रवाई में देरी का मुद्दा उठा और मांग की गई कि मामलों पर जल्द सुनवाई के लिए स्पेशल कोर्ट बनाए जाए. कांग्रेस के नेता और सांसद आनंद शर्मा ने कहा कि सरकार को स्पेशल कोर्ट बनाए जाने के लिए फंड का इंतजाम करना चाहिए, ताकि नेताओं के खिलाफ उठाए जाने वाले कदमों में देरी का चलन खत्म हो सके. इस बीच किसानों को हो रही परेशानियों का मुद्दा भी विपक्ष ने उठाया और कहा कि किसानों की मदद की जानी बेहद जरूरी है.
Dr. Manmohan Singh ji's integrity and loyalty to the country has been questioned. PM should come in the house and make it clear: Ghulam Nabi Azad,Congress raises issue of PM Modi's remark
— ANI (@ANI) December 19, 2017