प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रेल मंत्रालय की एक योजना को सिरे से नकार दिया है. रेल मंत्रालय के सूत्रों की माने तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुंबई के छत्रपति शिवाजी टर्मिनल (सीएसटी) को पहले संग्रहालय सह रेलवे स्टेशन में बदलने के प्रस्ताव को नकार दिया है. इस के साथ रेल मंत्री पीयूष गोयल की महत्वाकांक्षी योजना फिर से ठन्डे बस्ते में चली गई है. इस टर्मिनल का निर्माण 1878 में शुरू हुआ था और यह दस साल में बनकर तैयार हुआ था. इसे 2004 में यूनेस्को के विश्व धरोहर स्थल का दर्जा दिया गया था.
गोयल ने नवंबर में वहां के दौरे के समय इस टर्मिनल को ‘विश्व श्रेणी के संग्रहालय’ में बदलने की घोषणा की थी. गोयल और रेलवे बोर्ड के वरिष्ठ सदस्यों की मौजूदगी में 26 मार्च को एक बैठक में मोदी ने इस महत्वाकांक्षी योजना के पीछे के तर्क पर सवाल उठाए. सूत्रों ने कहा कि रेलवे बोर्ड भी गोयल के संग्रहालय के प्रस्ताव के खिलाफ था क्योंकि इसकी वजह से कई कर्मचारियों को वहां से हटाना पड़ता.
उनकी कहीं और व्यवस्था करने में दिक्कतों का सामना करना पड़ता. गौरतलब है कि इस बार बजट में रेल सेवाओं को सुगम और सुविधाजनक बनाने के लिए बड़ी धन राशि आवंटित हुई है और नई रेल या निर्माण कार्य हेतु अधिक एलान नहीं किये गए थे. इसी चीज को मद्देनज़र रखते हुए रेल मंत्रालय अपनी आगामी योजनाये बना रहा है.
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