दिल्ली : एम्स के डॉक्टरों ने पीएम मोदी को पत्र लिखकर उनके उस बयान की निंदा की, जिसमें उन्होंने डॉक्टरों के भ्रष्टाचार के मुद्दे पर कहा था कि वे फ़ार्मासूटिकल कंपनियों को प्रमोट करने के लिए ही डॉक्टर विदेशों में कॉन्फ्रेंस में हिस्सा लेते हैं. डॉक्टरों ने पीएम मोदी को पत्र लिखकर कहा है कि विदेशी जमीन पर ऐसे बयान डॉक्टरों के मनोबल को तोड़ने जैसा है. अच्छे-बुरे लोग हर जगह हैं, आपके मंत्रिमंडल तक में ऐसे ही लोग हैं. लेकिन हर किसी को एक ही तराजू पर तौलना ठीक नहीं. डॉक्टरों ने आह्वान किया कि पीएम एक दिन के लिए एप्रन पहनें और डॉक्टरों के साथ एक दिन सरकारी अस्पताल में गुजारें.
इससे पहले भी पिछले साल डॉक्टरों ने पीएम को 24 घंटे के लिए मोदी से एप्रन पहन कर अस्पताल में गुजारने की अपील की थी. यह दूसरा मौका है जब एम्स के रेजिडेंट डॉक्टर्स असोसिएशन ने प्रधानमंत्री को डॉक्टरों की परेशानी समझने के लिए अस्पताल में एक दिन बिताने की अपील की है. गौरतलब पीएम मोदी ने लंदन में 'भारत की बात, सबके साथ' कार्यक्रम में जेनेरिक दवाओं की कीमत के बारे में बात की थी. उन्होंने विदेशों में डॉक्टरों द्वारा फार्मा कंपनियों के सम्मेलनों में भाग लेने के लिए डॉक्टरों की आलोचना की थी.
पीएम की आलोचना के बाद एम्स के डॉक्टरों ने उन्हें पत्र लिखकर अपनी नाराजगी जाहिर की. कहा कि दवाइयों की कीमतें तय करना डॉक्टरों के नहीं, सरकार के हाथ में होता है. एम्स रेजिडेंट डॉक्टर्स असोसिएशन के अध्यक्ष डॉ़ हरजीत सिंह भट्टी ने कहा कि डॉक्टर सिर्फ वही दवाइयां लिखते हैं जो अस्पताल में उपलब्ध होती है. जब दवाइयों के रेट डॉक्टर तय नहीं करते तो उनके लिए ऐसे बयान क्यों दिए जाते हैं?
चीन से वार्ता में नीरव की वापसी पर भी चर्चा
हिमाचल सीएम जयराम ने की पीएम मोदी से मुलाकात...
राष्ट्रीय पंचायत राज दिवस 2018