नई दिल्ली। भारत सरकार और सीबीआई ने भगोड़े विजय माल्या के साथ-साथ अब पीएनबी घोटाले के मुख्य आरोपी भगोड़े मेहुल चोकसी के प्रत्यर्पण की कोशिशें भी तेज कर हैं। वो इस समय एंटीगुआ में शरण ले कर रह रहा है।
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एंटीगुआ की एक मीडिआ एजेंसी के मुताबिक इंडियन हाई कमिश्नर वेंकटचालम महालिंगम ने इस मामले में 30 अगस्त को गुआना में एंटीगुआ सरकार के शीर्ष अधिकारियों से मुलाकात की थी। यह भारत की एंटीगुआ सरकार से तीसरी मुलाकात है। एंटीगुआ की इस मीडिआ एजेंसी ने दवा किया है कि यह मुलाकात भगोड़ा कारोबारी मेहुल चोकसी को लेकर गई थी। सूत्रों के मुताबिक इस मुलाकात का मकसद एंटीगुआ के अधिकारियों को मेहुल चोकसी के काले कारनामों और पीएनबी घोटाले मामले से अवगत करना था।
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गौरतलब है कि भारत ने इससे पहले भी अगस्त में मेहुल चोकसी के प्रत्यर्पण के लिए एंटीगुआ प्रशासन को एक अनुरोध पत्र भेजा था। इसके बाद एंटिगुआ में मेहुल के वकील की तरफ से एक बयान जारी किया गया था जिसमें कहा गया था कि मेहुल ने कानूनी प्रक्रिया का पालन करते हुए एंटीगुआ के नागरिक के तौर पर अपना पंजीयन कराया था। मेहुल के वकील ने यह भी कहा था कि मेहुल ने इनवेस्टमेंट प्रोग्राम के तहत नागरिकता हासिल की है।
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