पंजाब नेशनल बैंक के महाघोटाला पर एक्शन लेते हुए प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने गुरुवार को आनन्-फानन में दबिश शुरू कर दी है, इस्क्रा में सबसे पहले ED ने अरबपति हीरा कारोबारी नीरव मोदी और गीतांजलि जेम्स को निशाने पर लिया. शरुआती जांच में पता चला है कि इस घोटाले की रकम हांगकांग से निकाली गई थी और हांगकांग के अधिकारियों से ये पता लगाया जा रहा है कि रकम का आखिर क्या हुआ. साथ ही ED ने नीरव मोदी और मेहुल चोकसी समेत इस घोटाले के चार आरोपियों को पूछताछ के लिए समन भी जारी कर दिया है और एक हफ्ते के भीतर ED के मुंबई दफ्तर में पेश होने के लिए कहा गया है.
जानिए ED की कार्यवाही के बारे में-
गुरुवार को ED ने नीरव मोदी के जयपुर, सूरत, दिल्ली समेत कुल 17 स्थानों पर छापेमारी की.
नीरव मोदी के दफ्तरों से 5,100 करोड़ रुपये की संपत्ति भी जब्त की.
ED की ओर से जब्त की गई संपत्ति में सोना, हीरा और कीमती पत्थर शामिल हैं.
ED ने विदेश मंत्रालय को खत लिखकर नीरव मोदी, उनकी पत्नी एमी मोदी समेत अन्य के पासपोर्ट रद्द करने की मांग की है.
PNB घोटाला कुल मिलाकर 11,360 करोड़ रुपये का है.
PNB घपले में धनशोधन के मामले भी शामिल हैं.
सीबीआई ने पिछले सप्ताह मोदी और उनकी पत्नी एमी और भाई निशाल व मामा मेहुल चोकसी के खिलाफ मामला दर्ज किया था. इससे पहले PNB ने 29 जनवरी को 280 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी का मामला साल 2011 का है.
यूरोप, US और मध्यपूर्व में भी है नीरव मोदी का कारोबार
इस घोटाले की रकम विजय माल्या के 9,000 करोड़ रुपये का भुगतान करने से मुकरने से बड़ी है.
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