नई दिल्ली: रानी पद्मावती पे आधारित फिल्म "पद्मावत" विवाद खत्म होने का नाम ही नहीं ले रहा. आये दिन इस विवाद से संबंधित कुछ न कुछ ऐसा हो ही जाता है, जो मामलें को और तूल दे देता है. चार राज्यों के खिलाफ हाल ही में, आए सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद, अब पद्मावत फिल्म के पक्ष में लड़ रहे वकील को जान से मारने की धमकी मिली है.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार सुप्रीम कोर्ट में पद्मावत के पक्ष में लड़ने वाले वकील हरीश साल्वे को किसी ने उनके ऑफिस में फ़ोन करके धमकी दी है . पुलिस अभी तफ्तीश कर रही है. कयास ये भी लगाए जा रहे है की धमकी के पीछे करणी सेना का हाथ है. इसी बीच करणी सेना के प्रमुख लोकेंद्र सिंह कल्वी ने इस पर सफाई दी है. उन्होंने कहा कि हर चीज के लिए करणी सेना को जिम्मेदार ठहराना गलत है.
निर्माताओं का पक्ष रखते हुए साल्वे ने कहा था, राज्यों का पाबंदी लगाना सिनेमैटोग्राफी एक्ट के तहत संघीय ढांचे को तबाह करना है. राज्यों को इस तरह का कोई हक नहीं है. उन्होंने यह भी कहा कि लॉ एंड आर्डर की आड़ में राजनीतिक नफा नुकसान का खेल हो रहा है. बता दें कि गुरुवार को चीफ जस्टिस ऑफ़ इंडिया की बेंच ने कहा था, राज्यों में क़ानून व्यवस्था बनाना राज्यों की जिम्मेदारी है. यह राज्यों का संवैधानिक दायित्व है. संविधान की आर्टिकल 21 के तहत लोगों को जीवन जीने और स्वतंत्रता के अधिकार का हनन है. बेंच ने राज्यों के नोटिफिकेशन को गलत बताया.
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