नई दिल्ली: अमेरिका ने पाकिस्तान को दी जाने वाली 1 अरब डॉलर से ज्यादा की सुरक्षा सहायताओं पर रोक लगाने का फैसला लिया है. यह इसलिए क्योंकि पाकिस्तान आतंकवाद से लड़ाई में अमेरिका का साथ नहीं दे रहा है. यह जानकारी अमेरिका के विदेश मंत्रालय ने दी है। विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हीथर नोर्ट ने कहा कि पाकिस्तान को हमारी ओर से आगे भी फंड जारी किए जाएंगे अगर वह आतंकवाद के खिलाफ कड़े कदम उठाएगा. वही ट्रंप प्रशासन ने गुरुवार को साफ कहा कि पाकिस्तान द्वारा अपनी जमीन पर पनपने वाले आतंकी नेटवर्क पर कोई कार्रवाई न करने से वे निराश हैं.
अमेरिका ने कहा है कि पाकिस्तान जब तक अपने यहां मौजूद हक्कानी नेटवर्क और अफगान तालिबान के खिलाफ सख्त कार्रवाई नहीं करता, यह रोक जारी रहेगी.इस रोक में सभी सुरक्षा संबंधी फंड और मिलिट्री साजो-सामान का ट्रांसफर भी शामिल होगा, गौरतलब है कि इसके पहले ट्रंप प्रशासन ने करीब 25.5 करोड़ डॉलर की सहायता राशि यह कहकर लटका दी थी कि पाकिस्तान को आतंकवाद के खिलाफ ज्यादा सख्ती दिखानी होगी. पाकिस्तान और अमेरिकी प्रशासन के बीच रिश्ते पिछले साल गर्मियों से तबसे बिगड़ने लगे, जब राष्ट्रपति ट्रंप ने आरोप लगाया था कि पाकिस्तान हिंसा और आतंक के एजेंटों का सुरक्षित पनाहगाह बन गया है. एक अनुमान के अनुसार साल 2002 से अब तक अमेरिका पाकिस्तान को 33 अरब डॉलर से ज्यादा की मदद कर चुका है.
भारत की भाषा बोल रहा अमेरिका: पाक
ट्रंप की फटकार के बाद भी नहीं सुधरा पाक
अमेरिका ने पाक को दिया एक और तगड़ा झटका