आख़िरकार पकिस्तान को अपने काले कारनामो की कीमत FATF ( Financial Action Task Force ) की कड़ी कार्यवाही झेलते हुए चुकानी पड़ी. FATF ने पाक को ग्रे लिस्ट में डालते हुए उस पर निगरानी बढ़ाने के आदेश दिये है. आतंकियो की मदद और उनके पालन पोषण की वजह से आज पाकिस्तान को यह सजा मिली है साथ ही उसे अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से मिलने वाली मदद पर भी रोक लगाई जा रही है. गौरतलब है कि पिछले कुछ दिनों में अमेरिका का भी पाकिस्तान के प्रति कड़ा जारी है.
व्हाइट हाउस की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पाकिस्तान के द्वारा आतंकवाद के खिलाफ की जा रही कार्रवाई से सतुंष्ट नहीं हैं. व्हाइट हाउस ने कहा है कि ट्रंप का सीधा निर्देश है कि सिर्फ आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई के आधार पर ही पाकिस्तान और अमेरिका के रिश्ते तय होंगे.
व्हाइट हाउस के डिप्टी सेकेट्ररी राज शाह ने मीडिया को बताया कि ऐसा पहली बार हुआ है कि पाकिस्तान को उसके एक्शन के आधार पर देखा जा रहा है. हमने पाकिस्तान से आतंकवाद के खिलाफ लगातार एक्शन लेने की बात कही है, लेकिन अब तक जो कार्रवाई हुई है उससे ट्रंप खुश नहीं हैं. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के पास क्षेत्र के आस-पास की शांति को स्थापित करने का मौका है, अगर पाकिस्तान इस काम में मदद करता है तो उसके लिए भी अच्छा होगा.
आतंक पर कार्रवाई से तय होंगे पाक से रिश्ते - ट्रम्प
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