इस्लामाबाद: पाकिस्तान से वैसे तो हिन्दू समुदाय के दमन की ख़बरें आती रहती हैं लेकिन इस बार वहां ऐसा कुछ हुआ है जिससे भारत में और पाकिस्तान में रहने वाले हिन्दू, दोनों ही खुश होंगे. पाकिस्तान में पहली बार एक हिन्दू महिला को सीनेटर चुना गया है. सत्तारूढ़ पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी की तरफ से पाकिस्तान के सिंध प्रांत में थार से कृष्णा कुमारी कोल्ही अपर हाउस के लिए चुनाव संपन्न होने के बाद इस मुस्लिम बहुल देश में पहली हिंदू महिला सीनेटर बनीं हैं.
कृष्णा कुमारी का बचपन तो काफी उतार-चढ़ाव भरा रहा, उनके परिवार को एक जमींदार के घर बंधुआ मजदूर के तौर पर भी काम करना पड़ा, लेकिन इस साहसिक महिला ने तमाम मुश्किलों के बाद भी अपनी शिक्षा नहीं छोड़ी और साइकोलॉजी में मास्टर्स किया. साथ ही साथ वे पीपीपी में एक सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में कार्य करती रहीं. थार के वंचितों के हक की लड़ाई लड़ते हुए कृष्णा कुमारी कोल्ही पाकिस्तान में आज जाना पहचाना नाम बन गई हैं.
इससे पहले, बिलावल भुट्टो जरदारी की सत्तारूढ़ पीपीपी ने अल्पसंख्यक के लिए सीनेट की एक सीट पर उन्हें नामित किया था. पहली गैर मुस्लिम सीनेटर को नामित करने का श्रेय भी पीपीपी के पास है जिसने 2009 में एक दलित डॉ. खाटूमल जीवन को सामान्य सीट से सीनेटर चुना था. इसी तरह 2015 में सीनेटर चुने जाने वाले इंजीनियर ज्ञानीचंद दूसरे दलित थे. उन्हें भी पीपीपी ने सामान्य सीट से उतारा था.
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