इस्लामाबाद : भारत के बाद अब पाकिस्तान की सीनेट द्वारा भी नोटबंदी की मांग पर ध्यान दिया है। इस दौरान नोटबंदी के प्रस्ताव को पारित कर दिया गया है। दरअसल सीनेट द्वारा चरणबद्ध तरीके से 5 हजार रूपए के नोट का चलन बंद करने की मांग की गई थी जिस पर गंभीरतापूर्वक चर्चा की गई। दरअसल करीब एक माह पूर्व भारत में 500 रूपए और 1000 रूपए के पुराने नोट का चलन बंद कर दिया गया।
सीनेट सदस्य पाकिस्तान मुस्लिम लीग के नेता सैफुल्ला खान ने नोटबंदी के प्रस्ताव को सामने रखा था। जिसे पार्लियामेंट के उच्च सदन में पारित कर दिया गया। इस मामले में यह बात सामने आई है कि नोटबंदी का समर्थन करने वाले सांसदों ने 5 हजार रूपए के नोट का चलन बंद करने से बैंक खाते के उपयोग को प्रोत्साहित करने की बात कही थी।
इतना ही नहीं अर्थव्यवस्था को सही तरह से प्रबंधित करने के लिए भी नोटबंदी के निर्णय को अमल में लाने की पहल की गई थी। इस मामले में पाकिस्तान के कानून मंत्री जाहिद हमीन द्वारा कहा गया कि नोट बंद करने से देश में आर्थिक परेशानियों का सामना करना पड़ेगा। मगर देश में 3.4 खरब नोट का उपयोग हो रहा है और बड़े पैमाने पर 5 हजार रूपए के नोट चल रहे हैं। माना जा रहा है कि इन नोट की संख्या 1.02 खरब है।