सुपौल: बिहार के सुपौल जिले में इन दिनों शिक्षा व्यवस्था पूरी तरह चरमरायी हुई है. जिसके चलते मदरसा प्रबंधन अपने अधिकारियो तक को अनदेखा कर रहे है. इसी सिलसिले में 2 जून को एक समाचार पत्र द्वारा मध्य विद्यालय में चल रही फोकानिया की परीक्षा को प्रमुखता के साथ प्रकाशित किया गया था.
दरअसल फोकानिया परीक्षा को लेकर सदर प्रखंड स्थित प्लस टू विद्यालय सुखपुर को परीक्षा केंद्र बनाया गया था. परीक्षा के पहले दिन डीएम, एसडीओ व डीपीओ एसएसए केंद्र का जायजा लेने पहुंचे थे. इस दौरान निर्धारित उम्र से कम आयु के छात्र परीक्षार्थियों को परीक्षा में शामिल रहने के बाद पदाधिकारी द्वारा डीइओ को समुचित जांच करने का निर्देश दिया गया.
16 के अपराह्न तक संबंधित छात्रों के वस्तानिया प्रमाण पत्र, नामांकन पंजी सहित एमएलसी की छाया प्रति कार्यालय को समर्पित करने का निर्देश जारी किया गया. विभागीय आदेश के बावजूद उक्त तिथि तक मदरसा इसलाहुल मुस्लेमीन परसा तुलापट्टी किसनपुर द्वारा ही जिला शिक्षा कार्यालय को समुचित कागजात समर्पित किया गया है. वही मदरसा इसलामिया ओबेसुल उलूम मल्हनी पुनर्वास, मदरसा दारुल उलूम वीरपुर व मदरसा इसलामिया रशीदिया मजहरुल उलूम अंदौली के प्रबंधन के उपर विभागीय निर्देश को अनदेखा किया है.
मामले में डीइओ मो जाहिद हुसैन ने बताया कि यह मामला मदरसा बोर्ड का है. कार्यालय द्वारा दिये गये निर्देश के तहत निर्धारित अवधि के दौरान एक मदरसा द्वारा कागजात जमा किया गया है. शेष मदरसा को रिमांइडर भेजा जा रहा है. संबंधित मदरसा से कागजात जमा होने के बाद बोर्ड को भेज दिया जायेगा.