दाम्पत्य जीवन तभी सम्पन्न हो पाता है, जब दाम्पत्य जीवन में समय रहते संतान कि प्राप्ति हो जाए। लेकिन यह जरूरी तो नहीं। कि हर वैवाहिक जीवन में समय पर संतान सुख मिल जाए। कुछ-कुछ दंपत्ति अपने संतान सुख को पाने के लिए परेशान रहती हैं और वह अपने इस सुख से वंचित रह जाते हैं। हो सकता है कि आप भी अपने जीवन में कुछ इस प्रकार कि समस्या से परेशान हो। वहीं अगर ज्योतिषशास्त्र कि बात करें, तो राशि के अनुसार इसका समाधान किया जा सकता है। जी हां राशि के मुताबिक करें संतान सुख प्राप्ति के उपाय निश्चित ही मिलेगी इस समस्या से मुक्ति..
मेष राशि – इस राशि के जातकों को मिला जुला संतान सुख मिलता है। एक संतान से सहयोग मिलता है और एक से मुश्किलें। रोज सुबह 108 बार ‘ ऊं आदित्याय नम:’ मंत्र का जाप करें।
वृष राशि – इस राशि के जातकों को संतान का सुख बड़ी मुश्किलों से मिलता है। संतान बड़ी मुश्किल से होती है और होने पर समस्याएं देती है। संतान का स्वास्थ्य और स्वभाव दोनों ही समस्या देता है। इसके लिए ‘ऊं बुं बुधाय नम:’ मंत्र का जाप करें।
मिथुन राशि – इस राशि के जातकों को संतान से सुख और सहयोग मिलता है। कम संतान होती है, लेकिन योग्य और जिम्मेदार होती है। इस राशि के लिए ये मंत्र ‘ ऊं नम: शिवाय’ कल्याणकारी होगा।
कर्क राशि – संतान से सुख मिलना मुश्किल होता है। संतान अगर बेटी हो, तो अक्सर समस्या देती है। बुढ़ापे में संतान दूर रहने लग जाती है। संतान सुख के लिए मंगलवार को हनुमान जी को सिंदूर अर्पित करें।
सिंह राशि – संतान योग्य और जिम्मेदार होती है। संतान योग मिलता है लेकिन संतान साथ नहीं रह पाती है। पिता-पुत्र में अक्सर मतभेत होने लगता है। इसके लिए विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ करना चाहिए।
कन्या राशि – संतान से सुख और सहयोग नहीं मिलने में समस्याएं पैदा होती है। माता-पिता और परिजनों के साथ संतान के रिश्ते अच्छे नहीं होते हैं। इसके उपाय के लिए शनिवार को पीपल के नीचे दीपक जलाएं और उसकी परिक्रमा करें।
तुला राशि – इस राशि के जातकों की संतान सामान्य होती है। संतान अपने माता-पिता पर निर्भर रहने का प्रयास करती है। माता-पिता को ही संतान का सहयोग करना पड़ता है। इसके उपाय के लिए शनि मंत्र का जाप करना चाहिए।
वृश्चिक राशि – संतान पक्ष से सामान्य सुख मिलता है। बेटियों से खूब सहयोग मिलता है। संतान खुद में काफी उन्नति करती है। समस्या होने पर श्रीमदभागवद का जितना संभव हो पाठ करना चाहिए।
धनु राशि – संतान तेजस्वी और प्रभावशाली होती है लेकिन अपने माता-पिता की परवाह नहीं करती है। आमतौर पर संतान का सहयोग नहीं के बराबर मिलता है। इसके लिए हनुमान चालीसा का नियमित पाठ करना चाहिए।
मकर राशि – इस राशि के जातकों की संतान बुद्धिमान और योग्य होती है। संतान से सहयोग और सम्मान खूब मिलता है लेकिन संतान से कभी-कभी मतभेद हो जाता है। इसके उपाय के लिए रोजाना शिव जी की उपासना करनी चाहिए।
कुंभ राशि – इस राशि के जातकों की संतान उन्नती करती है और प्रभावशाली होती है। लेकिन संतान का माता-पिता से वैचारिक मतभेद होता है। इसके उपाय के लिए कृष्ण जी की रोजाना उपासना करनी चाहिए।
मीन राशि – इस राशि के जातकों को संतान से सामान्य सुख मिलता है। आपस में तालमेल अच्छा नहीं होता है। संतान अपने माता-पिता से दूर रहना चाहती है। इसके उपाय के लिए सोमवार का नियमित व्रत रखें।
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