खुली हवा को वैज्ञानिक तरीके से प्रदूषण मुक्त करने के लिए दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी द्वारा गुरुद्वारा रकाबगंज साहिब में शुद्ध हवा केन्द्र स्थापित किया गया है। ऐयर लैब के सहयोग से खुली हवा को शुद्ध करने के लिए भारत में पहली बार दिल्ली कमेटी द्वारा ऐसी कोशिश की गई है। इस पायलट प्रोजेक्ट पर कार्य कर रहे वातावरण प्रेमीयों ने दावा किया है कि गुरुद्वारा साहिब के परिसर में स्थापित उक्त प्रयोगशाला के अंदर प्रदूषण का स्तर 30 है जबकि गुरुद्वारा परिसर के बाहर 170 है।
भाई लक्खीशाह वणजारा हाल में हुए उद्घाटनी कार्यक्रम के दौरान कमेटी अध्यक्ष मनजीत सिंह जी.के., पंजाब के कैबिनेट मंत्री राणा गुरमीत सिंह सोढी सहित कई पर्यावरण प्रेमीयों ने अपने विचार रखे। जी.के. ने कहा कि गुरू साहिबानों ने हमें वातावरण बचाने का संदेश दिया था। इसलिए प्रदूषण के खिलाफ लोगों में चेतना पैदा करने के लिए कमेटी द्वारा उक्त प्रयास किया जा रहा है। पर्यावरण में विकास जहां जरूरी है वहीं वातावरण के मूल अंश हवा तथा पानी को शुद्ध रखना हमारी जिम्मेंदारी है। कमेटी द्वारा इसी कारण करके सौर ऊर्जा के जरिये बिजली उत्पादन की क्रांतिकारी पहल शुरू की गई है। ताकि गुरू की गोलक पर पड़ते आर्थिक भार को घटाने के साथ ही वातावरण में बिजली उत्पादन द्वारा पैदा होते कार्बन उत्सर्जन को घटाया जा सके।
सोढ़ी ने वातावरण को संभालने के लिए सामाजिक संस्थाओं को आगे आने का निमंत्रण देते हुए दिल्ली कमेटी के प्रयासों की प्रशंसा की। कमेटी के महासचिव मनजिन्दर सिंह सिरसा ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल तथा केन्द्रीय पर्यावरण मंत्री हर्षवर्धन को गुरुद्वारा रकाबगंज साहिब में शुद्ध हवा के लिए स्थापित किये गये पायलट प्रोजेक्ट को देखने का आवाहन किया। सिरसा ने कहा कि दिल्ली शहर में हवा के बढ़ते प्रदूषण से लोगों को निजात दिलवाने के लिए दिल्ली कमेटी ने बीते वर्ष मुफ्त में मास्क भी बांटे थे और अब गुरूघर के वातावरण को शुद्ध रखने के लिए कार्य किया जा रहा है। अच्छे सांस लेने का हक सभी को है। इसलिए जागरूकता फैलाई जा रही है।
हेमकुंड साहिब के लिए ऋषिकेश से रवाना हुई सिख्ा श्रद्धालुओं की टोली