दिल्ली: भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने अयोध्या स्थित राम जन्मभूमि पर पूजा के अपने 'मूल अधिकार' को लागू को लेकर सोमवार को कोर्ट से याचिका पर सुनवाई करने की बात कही. इससे पहले स्वामी के प्रयासों से ही बाबरी मस्जिद-राम जन्मभूमि मामले की सुनवाई में तेजी आई है. हालांकि सीजेआई ने कहा कि ऐसा अभी नहीं किया जा सकता है. इस मामले में केंद्र की तरफ से सीनियर एडवोकेट अमन सिन्हा ने पक्ष रखा.
पीठ ने मुख्य मामले में हस्तक्षेप के लिए स्वामी को भी इजाजत नहीं दी थी. हालांकि, पीठ ने स्वामी की यह दलील स्वीकार कर ली कि उन्होंने मामले में हस्तक्षेप की मांग नहीं की है. स्वामी ने कहा कि अयोध्या में राम जन्म भूमि पर पूजा अर्चना के अपने मूल अधिकार को लागू कराने का अनुरोध करते हुए उन्होंने एक अलग रिट याचिका दायर की है.
स्वामी ने कहा था, ‘‘मैंने एक रिट लगाई है कि राम जन्मभूमि पर पूजा अर्चना करना मेरा मूल अधिकार है और यह संपत्ति के अधिकार की तुलना में अधिक महत्वपूर्ण अधिकार है.’’ पीठ ने कहा था कि स्वामी की रिट याचिका का निपटारा उपयुक्त पीठ कानून के मुताबिक करेगी. स्वामी ने पूजा अर्चना के अपने मूल अधिकार को लागू कराने के लिए अपनी याचिका फौरी आधार पर सूचीबद्ध करने का अनुरोध किया.
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