बस्तर: सोने की चिड़िया कहे जाने वाले इस देश में एक ओर करोड़ो के घोटालें सामने आ रहे है, वहीं गाँवों में बसी गरीबी आज भी चंद रुपयों के लिए रोज किसी न किसी रूप में कुचली जा रही है. देश को शर्मसार कर देने वाली घटनाएं आये दिन कानों में पड़ने से रूह कांप जाती है. ऐसा ही एक किस्सा छत्तीसगढ़ के बस्तर की बूढी और लाचार माँ का सामने आया है, जिसके पास पैसे नहीं होने के कारण उसे अपने बेटे का शव हॉस्पिटल को दान में देना पड़ा.
खबरों के मुताबिक महिला का बेटा सड़क हादसे में गंभीर रूप से घायल हो गया था. जिसके चलते उपचार के लिए उसे जगदलपुर मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया. उपचार चलने के दौरान ही उसने दम तोड़ दिया. महिला के पास शव को घर ले जाने और अंतिम संस्कार के पैसे नहीं थे, इसी के चलते एक डॉक्टर ने महिला को शव दान की सलाह दी, जिसके बाद महिला ने अपने बेटे का शव अस्पताल को दान कर दिया.
हालांकि देश में अब ऐसे मामले सामान्य बात है, सामान्य होने की वजह सरकारों और प्रशासन का इस ओर कोई ध्यान न देना है. लोगो की संवेदनाएं खत्म होते जा रही है, इसका शायद हमें अंदाजा भी नहीं है. बस्तर के हॉस्पिटल में हुआ यह शव दान, इस हॉस्पिटल के लिए ऐसा पहला मामला है. इससे पहले किसी के भी द्वारा शव दान नहीं किया गया. गरीबी इंसान को किस हद तक मजबूर कर देती है, इसका यह उदाहरण देश के मौजूदा हालात बयां करने के लिए काफी है.
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