उज्जैन : महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी स्कीम, मनरेगा से बनाये गये कपिलधारा कुओं से मध्यप्रदेश के गरीब किसानों की सामाजिक, आर्थिक स्थिति में सुधार आया है। अब कपिलधारा कुँए इन गरीब किसानों की ताकत बन गए है। सिंचाई के ठोस इंतजाम से साल में तीन फसल के उत्पादन ने इनकी आमदनी कई गुना बढ़ा दी है। प्रदेश के गरीब किसानों की निजी भूमि में सिंचाई सुविधा के लिए बनाये गये कपिलधारा कुओं से किसान अपने खेतों में साल में दो से तीन फसल, बागवानी तथा सब्जियों के उत्पादन का लाभ ले रहे हैं।
भरपूर फसल उत्पादन से किसानों की सालाना आमदनी में कई गुना इजाफा हुआ है। अब तक तंगहाली में गुजर-बसर करने वाले बेहतर जीवन-यापन कर रहे हैं। मध्यप्रदेश में मनरेगा योजना प्रारंभ से अब तक गरीब किसानों की असिंचित जमीन पर लगभग 3 लाख 57 हजार 522 से अधिक कपिलधारा कुओं का निर्माण किया जा चुका है। जिससे 4 लाख 74 हजार 425 हेक्टेयर असिंचित रकबा सिंचित रकबे में तब्दील हुआ है। कपिलधारा कुओं की बदौलत अभी तक बंजर रहने वाली जमीन हरी-भरी होकर विभिन्न किस्म के अनाज, फल, सब्जियों आदि का उत्पादन कर रही हैं।
सेवा-शर्तों में सुधार के लिए समिति