31 अक्टूबर 2017 मंगलवार के दिन तुलसी विवाह, देवउठनी यानी देव प्रबोधिनी एकादशी का त्यौहार मनाया जा रहा है. इस दिन भगवान विष्णु और महालक्ष्मी के साथ ही तुलसी की भी विशेष पूजा करने का रिवाज है. तुलसी का विवाह शालिग्राम (विष्णु का स्वरूप) से करवाया जाता है. ऐसा माना जाता है की देवउठनी एकादशी के दिन भगवन विष्णु नींद से जागते हैं. इसीलिए इसे देवउठनी एकादशी कहा जाता है. जो भी लोग धन संबंधी बाधाओं का सामना करना कर रहे है उन्हें इस दिन विष्णु और महालक्ष्मी की प्रसन्नता के लिए उपाय करना चाहिए.
1-एकादशी के दिन सुबह जल्दी उठकर नहा ले,फिर तुलसी के पौधे को एक लोटा जल चढ़ाये,शाम के समय तुलसी के सामने घी का दीपक जलाये और तुलसी को लाल रंग की चुनरी चढ़ाये,और साथ ही इन्हे सुहाग की सामग्री भी चढ़ाये,अगले दिन तुलसी की पूजा करके सुहाग की चीजों को किसी सुहागिन स्त्री को दान में दे दे.
2-इस दिन सुबह के समय नहाने के बाद ताम्बे के लोटे में जल भरकर सूर्यदेव को चढ़ाये,लोटे में पानी के साथ लाल फूल और चावल भी डाल ले,और जल चढाने के बाद सूर्यमन्त्र का जाप करे.
3-एकदशी के दिन शाम को भगवन विष्णु के साथ साथ माँ लक्ष्मी कभी पूजा करे,और इनकी पूजा में दक्षिणावर्ती शंख,पीली कौड़िया और कमलगट्टे की माला भी रखे,
एकादशी के दिन इन तरीको से करे भगवान् विष्णु की पूजा