बांग्लादेश में शरण ले रहे रोहिंग्या समुदाय के एक लाख सदस्यों के पहले जत्थे को बांग्ला देश उनके स्वदेश म्यांमार वापस भेजने की तैयारी में है. रोहिंग्याओं के इस समूह ने जातीय हिंसा के कारण बांग्लादेश में शरण ली थी.
इस बारे में बांग्ला देश के वरिष्ठ मंत्री ओबेदुल कादर ने बताया कि दोनों सरकारों के बीच समझौते के तहत एक लाख लोगों के नामों की सूची आज म्यांमार के अधिकारियों को भेजी गई है, ताकि जनवरी के अंत तक देश वापसी अभियान को शुरू किया जा सके. स्मरण रहे कि अगस्त में सैन्य अभियान के बाद म्यांमार के रखाइन प्रांत से छह लाख 55 हजार से अधिक रोहिंग्या सदस्यों ने बांग्लादेश में शरण मांगी थी.
उल्लेखनीय है कि गत अगस्त में रोहिंग्याओं के साथ म्यांमार में हुई हिंसा के बाद बांग्लादेश में रोहिंग्या के शरण लेने को अमेरिका और संयुक्त राष्ट्र ने जातीय सफाया बताया था. म्यांमार और बांग्लादेश के बीच लम्बे समय तक चले गतिरोध के बाद अंततः दोनों देशों की सरकारों ने 23 जनवरी से इस समुदाय की देश वापसी शुरू करने के लिए नवंबर में समझौता किया था. जिसके तहत अब इन रोहिंग्याओं की म्यांमार स्वदेश वापसी होगी. इससे बांग्ला देश को भी राहत मिलेगी .
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