नई दिल्ली : राफेल विमान सौदे को लेकर मोदी सरकार और कांग्रेस में तकरार जारी है .कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने राफेल डील को लेकर केंद्र सरकार पर घोटाले का आरोप लगाते हुए भ्रष्टाचार की बू आने की बात कहकर जानकारी छुपाने की बात कही थी. इसके जवाब में सरकार ने देश के हितों की रक्षा और शत्रु को हथियारों संबंधी जानकारी नहीं होने देने के लिए राफेल विमान सौदे के विवरण सार्वजनिक नहीं करने की बात कही.
बता दें कि इस बारे में बजट पर लोकसभा में हुई चर्चा का जवाब में वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि यूपीए सरकार के समय भी तत्कालीन रक्षा मंत्रियों प्रणव मुखर्जी और ए.के. एंटनी ने भी कुछ रक्षा सौदों से संबंधित जानकारी संसद में भी नहीं दी थी. उन्होंने लिखित जवाब में कहा था कि इस तरह की जानकारी सार्वजनिक करना देश हित में नहीं होगा.इसलिए सरकार ने पुरानी परंपरा का पालन कर यह जानकारी सार्वजनिक नहीं की है.
उल्लेखनीय है कि राहुल गाँधी द्वारा राफेल सौदे में कथित भ्रष्टाचार होने की बात पर जेटली ने कहा नरेंद्र मोदी सरकार पर पिछले चार साल से कोई भी भ्रष्टाचार का दाग नहीं लगा है, किन्तु विपक्ष मनगढ़ंत आरोप लगा रहा है. राहुल गांधी इस मुद्दे पर सदन में अपना पक्ष रखना चाहते थे लेकिन अनुमति नहीं मिली.अब खबर है कि राहुल गाँधी ने इसे लेकर नोटिस भेजा है.
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