दिल्ली : राफेल डील के मामले में केंद्र सरकार पर करारा हमला करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने शुक्रवार को एक बार फिर ट्वीट वार शुरू किया है. केंद्र सरकार के खिलाफ किए गए इस ट्वीट में राहुल ने पहले राफेल की कीमतों पर सवाल उठाया और उसके बाद लिखा कि एक तरफ सेना आधुनिकीकरण के लिए पैसे मांग रही है. वहीं दूसरी तरफ केंद्र ने राफेल डील पर 36 हजार करोड़ अपने पॉकेट में डाल लिए हैं.
राहुल ने ट्वीट में लिखा है कि डसाल्ट द्वारा जारी रिपोर्ट में सरकार के झूठ का खुलासा हुआ है. जहां राफेल विमान कतर को 1319 करोड़ में बेचा है तो वहीं भारत को यह मोदी सरकार में एक विमान के लिए 1670 करोड़ चुकाने पड़ रहे हैं. राहुल ने यह भी लिखा है कि यह विमान मनमोहन सरकार के समय 570 करोड़ का मिल रहा था. ऐसे में भारत अब इसके लिए प्रत्येक विमान पर 1100 करोड़ रुपये ज्यादा या कहे कि पूरे डील के लिए लगभग 36 हजार करोड़ रुपये ज्यादा दे रहा है. यह रकम हमारे डिफेंस बजट का लगभग 10 प्रतिशत बैठ रही है.
इन आंकड़ों के साथ ही राहुल गांधी ने डसाल्ट की रिपोर्ट की तस्वीरें शेयर करते हुए लिखा कि दूसरी तरफ भारतीय सेना को आधुनिकीकरण के लिए भीख मांगनी पड़ रही है. कांग्रेस राफेल डील को लेकर लगातार मोदी सरकार पर हमलावर है. विमान की कीमत के मुद्दे पर उससे जवाब मांग रही है. कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि राफेल लड़ाकू विमानों की फ्रांसीसी निर्माता कंपनी दशॉ एविएशन से विमान खरीद कर मोदी सरकार ने सरकारी खजाने को करोड़ों का नुकसान पहुंचाया है.
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