दिल्ली: कांग्रेस के आज से शुरू हुए 84वें महाधिवेशन में पार्टी ने अपना महामंथन शुरू कर दिया है. इस अधिवेशन की शुरुआत में राहुल गाँधी ने अपने भाषण की शुरुआत में सभी का दिल से स्वागत करते हुए कहा कि देश को बाँटा जा रहा है ,लोगो को एक दूसरे से लड़ाया जा रहा है. हाथ का निशान हिंदुस्तान को जोड़ते हुए आगे ले जा सकता है. हम सब को मिलकर देश को जोड़ने का काम करना होगा. कांग्रेस को नई दिशा की जरुरत है. सभी दिग्गज नेता जो कांग्रेस के लिए लड़ रहे है और हाथ के पंजे की रक्षा कर रहे है उनका शुक्रिया. हम बदलाव के दौर में युवाओं के साथ अनुभव को जोड़ना चाहते है.
राहुल गाँधी ने अपने भाषण में कहा कि युवा और वरिष्ठ नेता को जोड़ना मेरी जिम्मेदारी है. मोदी की ओर देखने से युवा और किसान खुद को थका थका सा महसूस करते है. देश को सिर्फ कांग्रेस रास्ता दिखा सकती है. कांग्रेस और विपक्ष में एक ही फर्क है कि वे क्रोध करते है, हम प्यार और भाईचारे का प्रयोग करते है. जय हिन्द कहते हुए उन्होंने अपनी बात को विराम दिया.
84वें महाधिवेशन में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, सोनिया गांधी, लोकसभा में कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे, राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष गुलाम नबी आजाद, वरिष्ठ नेता ए के एंटनी, जनार्दन द्विवेदी तथा पार्टी के प्रदेश इकाइयों के अध्यक्ष सहित लगभग सभी दिग्गज कांग्रेसी शामिल है. महाधिवेशन में मुख्य रूप से चार प्रस्तावों राजनीतिक, आर्थिक, विदेशी मामलों तथा कृषि, बेरोजगारी एवं गरीबी उन्मूलन के विषय प्रस्ताव शामिल होंगे. पार्टी के मीडिया विभाग के प्रमुख रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि महाधिवेशन में कांग्रेस के नेताओं और कार्यकर्ताओं के विचार जानने के बाद उनके अनुरूप इनमें संशोधन करने के बाद ही इन्हें पारित किया जाएगा.
कांग्रेस के महा अधिवेशन में महामंथन आज
कांग्रेस महाधिवेशन में इन मुद्दों पर हुई चर्चा, सभी बड़े नेता शामिल