गुजरात चुनाव में पीएम मोदी ने पूर्व पीएम मनमोहन सिंह और पूर्व उप राष्ट्रपति हामिद अंसारी को लेकर एक बयान दिया था. जिसकी वजह से संसद में चल रहा शीतकालीन सत्र हंगामें की भेट चढ़ता नजर आ रहा था इसी वजह से दोनों पार्टियों में सुलह का रास्ता अपनाया और इस बात को लेकर हो रहे हंगामें को खत्म किया है लेकिन कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी इस मामले में बीजेपी और खासकर वित्त मंत्री का पीछा नहीं छोड़ रहे हैं.
इसलिए उन्होंने इस मामले में बीजेपी को झूठा साबित करने के लिए बुधवार शाम को ट्वीट किया है जो संसद की कार्यवाही खत्म होने के बाद किया गया था. इस ट्वीट में राहुल गांधी ने बीजेपी पर तंज कसते हुए कहा कि याद दिलाने के लिए धन्यवाद कि हमारे पीएम जो कहते हैं, उसका वह मतलब नहीं होता या पीएम वह नहीं कहते हैं जो वह असली में समझते हैं.
साथ ही इस ट्वीट में उन्होंने #bjplies हैशटैग के साथ वित्त मंत्री अरुण जेटली के नाम के साथ भी कलात्मक खेल खेला. उनके नाम की स्पेलिंग बदलते हुए उसे jaitlie लिखा. इसके साथ ही राहुल गांधी ने गुजरात चुनाव रैली के दौरान दिए भाषण और आज संसद में जेटली के दिए बयान का विडियो भी साझा किया.
आपको बता दें कि बुधवार को जब क्रिसमस की छुट्टियों के बाद संसद सत्र शुरू हुआ तो मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस की डिमांड के बाद राज्यसभा में वित्त मंत्री अरुण जेटली ने इस मसले पर सफाई दी. नेता सदन अरुण जेटली ने दो लाइन के बयान में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उस टिप्पणी का जवाब दिया, जिसे लेकर कांग्रेस कई दिनों से संसद की कार्यवाही नहीं चलने दे रही थी.
लंच के बाद अरुण जेटली ने अपने बयान में कहा, 'पीएम मोदी ने अपने भाषण में पूर्व पीएम मनमोहन या पूर्व उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी की देशभक्ति और निष्ठा पर कोई सवाल नहीं खड़ा किया और न ही उनकी ऐसी कोई मंशा थी. ऐसी कोई भी धारणा गलत है. हम इन नेताओं का सम्मान करते हैं, साथ ही देश के लिए उनकी प्रतिबद्धता को भी मानते हैं.
जेटली के इस बेहद संक्षिप्त बयान के बाद राज्यसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस सांसद गुलाम नबी आजाद ने बयान दिया. उन्होंने कहा, 'हम नेता सदन के बयान का सम्मान करते हैं. मैं ये भी कहना चाहता हूं कि हम खुद प्रधानमंत्री पद की गरिमा को नहीं गिराना चाहते हैं. इसलिए हम भी चुनाव प्रचार के दौरान प्रधानमंत्री के खिलाफ की गई किसी टिप्पणी और बयान का समर्थन नहीं करते हैं. प्रधानमंत्री के खिलाफ कोई भी अपमानजनक बयान नहीं दिया जाना चाहिए.'
अरुण जेटली के इस जवाब के साथ पिछले हफ्ते हंगामे की भेंट चढ़ी संसद की कार्यवाही सुचारू रूप से शुरू हो गई. कांग्रेस ने आगे भी सदन को सही तरीके से चलने देने का भरोसा जताया. हालांकि राहुल गांधी के ट्वीट से यह बात साफ हो गई है कि भले ही संसद में यह मसला खत्म हो गया हो, लेकिन संसद के बाहर वह बीजेपी पर इस मसले पर वार करते रहेंगे.
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