चेन्नई : तमिलनाडु से राजनीति की दुनिया में फिल्म सुपरस्टार रजनीकांत के प्रवेश करने पर मीडिया ने इस खबर को खूब उछाला था. लेकिन वे राजनीति में भी सुपर स्टार बनेंगे इसमें संदेह पैदा हो गया है. यह बात इसलिये कही जा रही है, क्योंकि एक ओपिनियन पोल के अनुसार अगर तमिलनाडु में अभी मध्यावधि चुनाव हुए तो 234 सदस्यीय तमिलनाडु विधानसभा में उन्हें मात्र 33 सीटें मिलेंगी.
इस ओपिनियन पोल में कई रोचक बातें सामने आई है .रजनीकांत को राजनीतिक खालीपन को भरने में सफलता के सवाल पर 40 फ़ीसदी लोगों ने कहा था कि रजनीकांत को कामयाबी मिलेंगी, जबकि 51 प्रतिशत लोगों ने इंकार किया.9 प्रतिशत लोगों का जवाब ढुलमुल रहा. रजनीकांत के सीएम बनने का सवाल भी कोरी कल्पना बताया गया.
बता दें कि रजनीकांत की राजनीति में आने से राज्य में सत्तारुढ़ एआईएडीएमके के मतदाताओं का झुकाव किधर होगा, इस सवाल के जवाब में 66 प्रतिशत लोगों ने कहा अपनी पार्टी के प्रति वफादार रहेंगे जबकि 9 प्रतिशत का कहना था कि ये मतदाता डीएमके की ओर चले जाएंगे. ओपिनियन पोल में भाग लेने वाले 20 प्रतिशत लोग यह मानते हैं कि एआईएडीएमके के मतदाता रजनीकांत की पार्टी में शामिल होंगे. स्मरण रहे कि रजनीकांत की पार्टी के नाम और चुनाव चिन्ह की अभी कोई घोषणा नहीं हो पाई है.
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