कोलकाता. सार्वजनिक क्षेत्र की विमानन कंपनी एयर इंडिया के विनिवेश की चर्चा के बीच नागर विमानन मंत्री अशोक गजपति राजू ने कहा कि सरकार एयर इंडिया को गतिशील रखना चाहती है। उन्होंने कहा कि इसके लिए एक वैकल्पिक व्यवस्था की योजना पर काम चल रहा है। सरकार द्वारा पूर्ण वित्तपोषित सार्वजनिक क्षेत्र की एयरलाइन लगातार घाटा उठा रही है और ब्याज के बोझ की वजह से यह कर्ज के जाल में फंसी हुई है।
राजू ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘हम एयर इंडिया में नया जोश भरकर उसे गतिशील बनाना चाहते हैं। हम नहीं चाहते कि एयर इंडिया का हाल भी किंगफिशर जैसा हो।’’ उन्होंने कहा कि सरकार इसके लिए एक वैकल्पिक व्यवस्था पर काम रही है। इसके लिए सभी संभावनाएं तलाशी जा रही हैं।
राजू ने कहा, ‘‘एयर इंडिया की वित्तीय हालत खराब है। हम चाहते हैं कि यह उड़ान भरती रहे।’’ उन्होंने कहा, ‘‘निजी क्षेत्र की एयरलाइन इंडिगो ने एयर इंडिया के विदेशी परिचालन में रुचि दिखाई है। वहीं टाटा ने इस बारे में केवल मौखिक पूछताछ की है। अभी तक टाटा ने इस बारे में कुछ भी लिखित में नहीं दिया है।’’ इस बीच, वित्त मंत्रालय के निवेश एवं लोक संपत्ति प्रबंधन (दीपम) विभाग ने एयर इंडिया के रणनीतिक निवेश का फैसला किया है। राजू ने कहा कि इसके लिए लेनदेन सलाहकार नियुक्त किया गया है।
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