चाँद के दीदार के साथ ही रमजान का पावन महीना शुरू होने जा रहा है. इस्लाम संप्रदाय के धर्मगुरुओं ने इस महीने में रोज़े रखने और अल्लाह कि इबादत करने कि तरजीह बताते हुए कई तरकीब बताई है. रमजान के पूरे महीने में मुस्लिम समुदाय के लोग रोज़े रखते है. रोज़े के दौरान दिन में कुछ भी खाया या पिया नहीं जाता है साथ ही रोज़ा रखने के दौरान खान-पान में भी बहुत सावधानियां रखनी पड़ती है.क्योंकि यह पाक महीना गर्मियों के बिच आता है और इस दौरान रोज़दार पानी भी नहीं पीते है जिसके कारण कभी कभी डिहायड्रेशन कि समस्या होने का खतरा होता है.
रोज़दारों को रोज़े में सहरी और इफ्तार के समय ज्यादा तली हुई चीज़े खाने से बचना चाहिए क्योंकि इनमे तेल की इस मात्रा को पचाने के लिए शरीर को पानी की ज्यादा आवश्यकता होती है. सहरी के समय अंडा,ताजे फल,आटे की रोटी या परांठाआदि खाने से सेहत ठीक रहती है साथ ही सहरी में बिरयानी या फास्टफूड या कॉफ़ी नहीं पीना चाहिए इससे भी शरीर को पानी की आवश्यकता महसूस होती है.
रोजदारों को इफ्तार के समय खजूर अवश्य खाना चाहिए क्योंकि खजूर में आयरन की मात्रा अधिक होती है जिससे शरीर को पर्याप्त ऊर्जा भी मिलती है और इफ्तार के समय तला हुआ खाना शरीर के लिए हानिकारक होता है. इस समय निम्बू पानी और नारियल पानी पी सकते है.
Ramzan 2018 - चाँद के दीदार के साथ होगा रमज़ान का आगाज़
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