शिव की शरण में जाने से जीवन की तमाम मुश्किलें और परेशानिया अपने आप दूर हो जाती है.शिव के प्रति हमारी भक्ति,प्रेम और समर्पण हमें शिव के इतने करीब ले जाते है की सारे दुखों से हमारा नाता टूट जाता है. अगर हम पूरी श्रद्धा और भक्ति से शिव पूजा करते है तो हमारे सरे कष्ट दूर हो जाते है.और हमारी सारी मनोकामनाये पूरी होती है.इसी कड़ी में शिव पूजा की शुरुआत शिव के अनादि व अनंत स्वरूप का ध्यान भी मन को साधकर शिव कृपा से जीवन की सभी कामनाओं को बगैर रुकावट के पूरा करने वाला माना गया है.
जानिए शिव स्वरुप व महिमा का ध्यान मंत्र, जिसे आप शिव की हर तरह की उपासना या पूजा की शुरुआत में जरूर स्मरण करें -
ध्यायेन्नित्यंमहेशं रजतगिरिनिभं चारुचंद्रावतंसं
रत्नाकल्पोज्ज्वलांग परशुमृगवराभीतिहस्तं प्रसन्नम.
पद्मासीनं समंतात् स्तुतममरगर्णै व्याघ्रकृत्तिंवसानं
विश्वाद्यं विश्ववद्यं निखिलभयहरं पंचवक्त्रं त्रिनेत्रम
अगर आप अपनी पूजा की शुरुआत इस धयान मंत्र से करते है तो आपके जीवन के सरे संकट टाल जायेगे और आपके जीवन में सुख और शांति का वास होगा .
इस मंत्र के जाप से करे अपने जीवन की मुश्किलो को आसानयहाँ है यमराज का न्यायलयअपनाये श्री कृष्ण की इन बातो को अपने जीवन में