जिओ के कारण अनिल अम्बानी की रिलायंस कम्पनी को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है. अब आरकॉम अपने 7 हज़ार से अधिक कर्मचारियों की छुट्टी करने की फिराक में है और इन सभी को कम्पनी ने 1 महीने का नोटिस पकड़ा दिया है. सूत्रों से प्राप्त जानकारी के हिसाब से कम्पनी ने कर्मचारियों को 1 महीने का नोटिस दिया है. कर्मचारियों को हटाने से पहले कम्पनी ने अपनी 2G सर्विस और DTH सर्विस को समाप्त करने का ऐलान किया था.
2G और DTH सर्विस को बंद करने के पीछे कारण कपनी को हुआ घाटा बताया जा रहा है. हालांकि कम्पनी अपनी 3G और 4G सेवाओं को यथास्थिति चालू रखेगी क्योकि ये दोनों सेवाएं कम्पनी को मुनाफा दे रही हैं. कम्पनी के एक्जिक्यूटिव डायरेक्टर गुरदीप सिंह अपने एक बयान में जानकारी दी कि, ''हम एक स्थिति में हैं कि हमें वायरलेस बिजनेस को बंद करना पड़ रहा है। हम वायरलेस सर्विस को 30 दिनों से ज्यादा चालू नहीं रख सकते हैं।"
गुरदीप का कहना है कि 30 नवम्बर काम करने का आखिरी दिन है. गुरदीप रिलायंस कम्युनिकेशन के साथ लगभग 6 सालों से जुड़े हैं. इसके अलावा रिलायंस अपनी टॉवर हिस्सेदारी को भी ख़त्म करने की कवायद में जुटी हुई है. हालांकि टॉवर बिजनेस कम्पनी को अच्छा-खासा मुनाफा दे रहा है फिर रिलांयस अपनी हिस्सेदारी इससे समाप्त करना चाहता है और इसके लिए रिलायंस कम्युनिकेशन कनाडा की एक कम्पनी ब्रुकफील्ड से चर्चारत है.
बंद होगा आर कॉम का वायरलेस बिजनेस
अपडेट हुए जिओ के टैरिफ प्लान्स
जिओ ने बढ़ाई रिलायंस की मार्केट वैल्यू, इंडेक्स 6 करोड़ के पार