दोस्तों, जैसा कि, आप सभी को विदित है कल यानी 26 जनवरी को पूरा देश, गणतंत्र दिवस के जश्न में डूबा हुआ होगा. प्रत्येक भारतीय के लिए 26 जनवरी और 15 अगस्त दोनों ही बेहद ख़ास दिनों में से एक होते है. दोनों ही दिवस को भारत के राष्ट्रीय पर्व के रूप में मनाया जाता है. बहरहाल, आज हम बात करेंगे आपसे 26 जनवरी (गणतंत्र दिवस) के बारे में. 26 जनवरी को हमेशा से ही देश को गौरवान्वित करने वाले पलों में शामिल किया जाता है. इस दिन देश के सभी लोग एक दूसरे को बधाई देते है. इस दिन देश के हर शैक्षणिक संस्थान में और देश की राजधानी दिल्ली सहित पूरे भारत में अनेको प्रकार के रंगारंग कार्यक्रम आयोजित किये जाते है. और महान, वीर शहीदों और स्वतंत्रता सेनानियों को श्रद्धांजलि अर्पित की जाती हैं.
गणतंत्र दिवस मनाना हर भारतीय के लिए बेहद आवश्यक हैं, लेकिन उससे भी अधिक आवश्यक है पहले इसके इतिहास को जानना. आपको बता दे कि, 2018 का गणतंत्र दिवस देश का 69वां गणतंत्र दिवस होगा. पहला गणतंत्र दिवस साल 1950 में मनाया गया था. 15 अगस्त 1947 को आजादी मिलने के बाद देश का संविधान 26 जनवरी 1950 को लागू हुआ था.
हमारा देश 26 जनवरी के दिन ही 68 वर्ष पूर्व पूर्ण गणतंत्र के रूप में निर्मित हुआ था. भारत का संविधान बाबासाहब डॉ.भीमराव अम्बेडकर द्वारा निर्मित किया गया है. जो कि, दुनिया का सबसे बड़ा लिखित संविधान हैं. संविधान निर्माण की प्रक्रिया में कुल 2 वर्ष, 11 महीना, 18 दिन का समय लगा था.
जानिए, इतिहास में क्यों खास हैं 26 जनवरी