नई दिल्ली : बिटकॉइन जैसी वर्चुअल करेंसी के प्रति आगाह करते हुए रिजर्व बैंक ने अपनी ‘डिजिटल मुद्रा’ लाने के संकेत दिए. केंद्रीय बैंक ने बैंकों, गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों आदि को तत्काल प्रभाव से आभासी मुद्राओं में कारोबार नहीं करने की चेतावनी दी है.
उल्लेखनीय है कि रिजर्व बैंक ने मौद्रिक नीति समिति की दो दिवसीय बैठक के बाद विकास एवं नियामक नीतियों पर बयान जारी करते हुए कहा कि तत्काल प्रभाव से यह फैसला लिया गया है कि आरबीआई द्वारा नियमित कोई भी संस्थान (बैंक, गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियां, भुगतान बैंक आदि) आभासी मुद्राओं में कारोबार नहीं करेगा.आभासी मुद्रा में कारोबार करने वाले व्यक्ति या संस्था यह सेवाएं भी नहीं देगा.ऐसा इसलिए क्योंकि आभासी मुद्रा से वित्तीय तंत्र की दक्षता बढ़ने के साथ उपभोक्ता संरक्षण, बाजार की समग्रता और कालाधन सफेद करने जैसे मुद्दों की चिंता भी बढ़ी है.इसके लिए अलग से परिपत्र जारी किया जाएगा.
जबकि दूसरी ओर आरबीआई के डिप्टी गवर्नर बी.पी. कानूनगो ने रिजर्व बैंक की डिजिटल मुद्रा के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि ‘केंद्रीय बैंक की डिजिटल मुद्रा’ की संभावनाओं के अध्ययन और इनके लिए दिशा-निर्देश तय करने के लिए रिजर्व बैंक ने एक अंतर-विभागीय समिति बनाई है. यह समिति जून के अंत तक अपनी रिपोर्ट देगी. रिजर्व बैंक की डिजिटल मुद्रा जब शुरू हो जाएगी तो आभासी मुद्रा में वित्त व्यवहार करना वैध हो जाएगा.
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