नई दिल्ली : पिछले एक माह से जारी नोटबन्दी का देश की अर्थव्यवस्था पर व्यापक असर पड़ा है. इस कारण सब्जियों, दालों समेत कपड़े और जूते-चप्पल आदि सस्ते हुए हैं. केंद्रीय सांख्यिकी विभाग के आंकड़ों के अनुसार सब्जियों के दाम में 10 फीसदी की गिरावट आई है, वहीं चीनी और कंफैक्श्नरी के उत्पादों के दाम 22 फीसदी तक बढे हैं.
गौरतलब है कि कि नोटबंदी के असर से उपभोक्ता मांग कमजोर पड़ी और खाद्य वस्तुओं की मांग में गिरावट से खुदरा मुद्रास्फीति नवंबर में कई साल के निचले स्तर 3.63 फीसदी पर आ गई है.बता दें कि जनवरी, 2014 के बाद का यह निचला स्तर है. अगस्त, 2015 में यह 3.66 फीसदी पर थीं. नवम्बर 2015में मुद्रा स्फीति 5.41 फीसदी थी.नोटबन्दी के कारण मोटे अनाजों और इसके उत्पादों की महंगाई 4.86 प्रतिशत पर हो गई, जो इससे पिछले महीने 4.40 फीसदी पर थी.
बता दें कि नवंबर के महीने में देश की खुदरा महंगाई दर 3.63 फीसदी के स्तर पर रही है, जो अक्टूबर महीने में 4.20 फीसदी थी. नवंबर का यह स्तर (3.63) बीते दो साल का सबसे निचला स्तर है.कपड़े, जूते और दाल कि महंगाई कम हुई. दालों की महंगाई दर 0.23 फीसदी रही है जो कि अक्टूबर महीने में 4.11 फीसदी रही थी.