केंद्रीय विधि एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद का आज 64 वां जन्मदिन है. आमतौर पर ऐसा बहुत कम होता है कि किसी एक व्यक्ति में इतनी सारे गुण हों कि वह बहुआयामी व्यक्तित्व बन जाए . लेकिन रविशंकर प्रसाद इस मामले में खुशनसीब रहे कि उन पर वाणी और बुद्धि दोनों मामलों में ईश कृपा बनी रही.यदि रविशंकर प्रसाद के अतीत से लेकर अब तक के जीवनकाल पर नजर डालें तो वे हमें एक वकील , राजनेता, मंत्री, प्रवक्ता और सामाजिक कार्यकर्ता के विभिन्न रूपों में नजर आते हैं.
30 अगस्त, 1954 को बिहार के पटना में हाई कोर्ट के प्रख्यात वकील ठाकुर प्रसाद के यहां जन्मे रविशंकर प्रसाद ने भी अपने पिता की तरह पटना विश्वविद्यालय से बी०ए०(ऑनर्स), एम०ए०(राजनीति विज्ञान) तथा एलएल०बी० की डिग्रियाँ लेकर वकालत की .लेकिन अन्याय का प्रतिकार करने की प्रवृत्ति ने 1970 के दशक में इन्दिरा गांधी की सरकार के विरुद्ध विरोध प्रदर्शन कर छात्र नेता के रूप में अपना राजनीतिक जीवन आरम्भ किया. आपातकाल में जयप्रकाश नारायण के नेतृत्व में बिहार में छात्र आन्दोलन में शामिल हुए और जेल भी गए. वे कई वर्षों तक अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद जुड़े होने से संगठन में विभिन्न पदों का दायित्व निभाया.
इसमें कोई दो मत नहीं कि रविशंकर प्रसाद भारत के सर्वोच्च न्यायालय में एक पेशेवर वरिष्ठ अधिवक्ता हैं. 1980में पटना उच्च न्यायालय में प्रैक्टिस शुरू करने वाले प्रसाद को पटना उच्च न्यायालय की पूर्ण पीठ ने 1999 में वरिष्ठ अधिवक्ता नामित किया . सन 2000 में उनका नामांकन सर्वोच्च न्यायालय में हुआ. लालू प्रसाद यादव के चर्चित चारा घोटाले में उन्होंने ही प्रमुख वकील के रूप में बहस की. वे विधि एवं चिकित्सा तथा पेटेण्ट कानून पर अन्तर्राष्ट्रीय कांग्रेसों में भी सम्मिलित हुए.
बता दें कि एक राजनेता के रूप में प्रसाद सन् 2000में सांसद बने और सन् 2001 में अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में कोयला एवं खान राज्य मंत्री बनाए गए .1 जुलाई 2002 को प्रसाद को विधि एवं न्याय मन्त्रालय में राज्य मन्त्री का अतिरिक्त कार्य भार दिया गया. अक्टूबर 2006 में न्यूयॉर्क में हुई 61वीं संयुक्त राष्ट्र महासभा में उन्हें भारत का प्रतिनिधित्व करने का मौका मिला.
प्रसाद 2006 में भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता के साथ ही बिहार से राज्य सभा के लिए पुनः सांसद चुने गए. 2007 में उन्हें फिर भारतीय जनता पार्टी के मुख्य राष्ट्रीय प्रवक्ता के रूप में नियुक्त किया गया. पिछले एक दशक से वे भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य के साथ ही विभिन्न संसदीय समितियों के भी सदस्य हैं. फ़िलहाल वे मोदी मत्रिमंडल में विधि और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री के साथ ही वे भाजपा के मुख्य प्रवक्ता भी हैं. आज उनके जन्म दिन पर स्वस्थ एवं दीर्घायु होने के साथ ही यशस्वी जीवन की कामना करते हैं.
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