दिल्ली: इस बार नोटबन्दी को लेकर सोनिया गाँधी के दामाद रॉबर्ट वाड्रा ने मंगलवार को पीएम मोदी पर निशाना साधा.नोटबंदी से परेशान लोगों का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि कब तक मोदी सरकार खुद को सही साबित करने के लिए देश के लोगों पर प्रयोग (एक्सपेरिमेंट) करती रहेगी.30 दिसंबर तक ही एक बार ही 5000 तक के नोट जमा करने पर कटाक्ष करते हुए कहा कि मोदी सरकार के इस फैसले ने वित्तीय संस्थानों को पूछताछ कार्यालयों में बदल दिया है.
इसके पहले भी वाड्रा ने नोटबंदी के कारण हो रहीं मौतों पर भी मोदी सरकार को घेरा था. उन्होंने कहा कि एक लड़की ने सिर्फ इसलिए आत्महत्या कर ली क्योंकि वह बैंक से पैसे नहीं निकाल पाई. उसे अपनी कॉलेज की फीस भरनी थी.इसी तरह लाइन में लगे हुए एक व्यक्ति की मौत हो गई, लेकिन कोई उसकी मदद के लिए आगे नहीं आया.
आपको बता दें कि रॉबर्ट वाड्रा यहीं नहीं रुके बल्कि मोदी को अहंकारी बताते हुए कहा कि पहले बताया कि यह कालाधन खत्म करने की पहल है, फिर आतंकवाद.अब कहा जा रहा कि कैशलेश सोसाइटी बनाओ यह जो भी है, लेकिन लोगों को इससे बहुत परेशानियां हो रही हैं. लोग अपने रोजगार खो रहे हैं, सिर्फ इसलिए कि एक अहंकारी व्यक्ति के काल्पनिक मकसद पूरे हो सकें.