कानपुर: देर आये दुरुस्त आये की कहावत अब सरकार पर बिलकुल फिट बैठती है, खबरों के असर के बाद किंग ऑफ पेन के नाम से मशहूर उद्योगपति एवं रोटोमैक ग्रुप के मालिक विक्रम कोठारी के तिलकनगर स्थित आवास पर सीबीआइ टीम ने सोमवार सुबह छापेमारी की साथ ही ईडी की तीन टीमें और आयकर की टीमें भी मौके पर पहुंची, सीबीआइ टीम ने इस बार सबसे पहले कोठारी परिवार के सभी सदस्यों के पासपोर्ट और मोबाइल कब्जे में ले लिए हैं, उनकी सभी चल और अचल संपत्ति के कागजों की पडताल की जा रही है फ़िलहाल कोठारी को तिलकनगर स्थित घर में ही हिरासत में रखा गया है.
ईडी ने एक एक कागजात अपने कब्जे में लिए हैं, उनकी जांच कर रही है, घर के सभी कीमती सामान और संपत्तियों का मूल्यांकन किया जा रहा है, बिजनेस से जुड़े लैपटॉप, कम्प्यूटर की भी जांच की जा रही है. छह बैंकों में बैंक ऑफ बड़ौदा, पीएनबी, इंडियन ओवरसीज बैंक, बैंक ऑफ इंडिया, इलाहाबाद बैंक और यूनियन बैंक शामिल हैं जिनकी लेनदारी कोठारी पर है. मामले में कोठारी ग्रुप के वकील शरद बिरला का कहना है कि विक्रम कोठारी कानपुर में थे और बैंको से लगातार संपर्क में थे, इस संबंध में 20 फरवरी को वामक के साथ उनकी मीटिंग थी.
मगर इन सब के बीच एक बात ही ठीक हुई है कि नीरव मोदी शायद वो कर गए है जो माल्या न कर सके सरकार, ED, और सीबीआई उस समय भी जाग सकते थे मगर ऐसा नहीं हुआ. खैर अभी कई और खुलासे होने है PNB महाघोटाले के बाद रोज नए नाम नए कांड सामने आ रहे है और ये सिलसिला फ़िलहाल थामे वाला नहीं है.
एनपीए की दलदल में धंसता बैंकिंग सेक्टर
केजरीवाल सिब्बल वाड्रा चिदंबरम और भी कई PNB के लपेटे में
पंजाब नेशनल बैंक घोटाले में आज क्या-क्या हुआ