उज्जैन। महाकाल मंदिर में श्रद्धालुओं द्वारा चढ़ाई जा रही दान की राशि में हेरफेर करने के मामले में मंदिर प्रबंध समिति के प्रशासक एसएस रावत ने पुजारी दिनेश शर्मा व उनके दो प्रतिनिधि रमण त्रिवेणी और संदीप को निलंबित कर दिया है। दान राशि पुजारी व मौजूद पंडित दान पेटी में न डालते हुए अपने पास रखे पैकेट में इकट्ठा कर रहे थे। पास खड़ी महिला कर्मचारी ने इसे मिठाई का पैकेट समझा और उठाकर एक श्रद्धालु को दे दिया। इसके बाद ही पुजारी की चोरी पकड़ में आई।
घटना 24 मई की शाम की है। गुजरात से आई महिला श्रद्धालु को मंदिर में दर्शन के दौरान नंदीहॉल में ड्यूटी कर रही मंदिर समिति की कर्मचारी सुमन राठौर ने हारफूल के साथ प्रसाद के रूप में यह पैकेट दे दिया था। बाहर जाकर जब महिला ने पैकेट खोला तो उसमें प्रसाद की जगह रुपए निकले। रुपए से भरा पैकेट महिला ने मंदिर के कंट्रोलरूम में कर्मचारी शिव सक्सेना को दे दिया।
इधर, जब नंदीहॉल से पुजारियों को रुपए से भरा पैकेट नहीं मिला तो नयन शर्मा नामक पंडित ने कंट्रोलरूम जाकर कर्मचारी सक्सेना को पैकेट गायब होने की जानकारी दी। सक्सेना ने दोनों बाते प्रशासक रावत को बताई। प्रशासक ने सीसीटीवी फुटेज दिखवाए तो पता चला पुजारी व वहां बैठे अन्य पंडित श्रद्धालुओं द्वारा चढ़ाई जा रही नकद राशि दानपेटी में न डालकर अपने पास डलिया आदि में रख रहे थे।
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