लो ! एक बार फिर एक मंत्री जी फंस गये! वैसे अमुमन मंत्रीजी फंसते है किसी घोटाले में, या फिर भ्रष्टाचार के मामले में! लेकिन जिस मंत्रीजी की यहां बात हो रही है, जो महिला के चक्कर में अपनी इज्जत गंवा बैठे है। वे बतौर ’आप’ के मंत्री हुआ करते थे, लेकिन जैसे ही उनके कारनामों का पता अपने केजरीवाल जी को चला, तुरंत ही गले में मफलर डाला और निकाल फैंका मक्खी की तरह।
प्रिय पाठकों, अब तब आप समझ गये होंगे कि हम किसकी बात कर रहे है, अरे वहीं अपने आप वाले मंत्री संदीप कुमार की। जिन्होंने अपने चरित्र के कारण देश भर में एक दम से देश भर में प्रसिद्धी प्राप्त कर ली है। जिस वीडियो में संदीप कुमार रासलीला रचाते हुये दिखाई दिये, उससे वे दूसरे ही दिन साफ मुकर गये कि वे दलित होने के कारण फंसाये जा रहे है। अब जो हुआ सो हुआ, मुकरते क्यों हो यार ! महिला विभाग के मंत्री होने का आपने खूब फायदा उठाया है! तो यह चरित्र है हमारे मंत्रियों का, ऐसा हम नहीं लोग कहने लगे है। संदीप कुमार के कारण विपक्षियों को केजरीवाल एंड सरकार के मंत्रियों पर हमला बोलने का मौका मिल गया है। एक ने तो केजरीवाल से ही इस्तीफा मांग लिया , जैसे बापड़े उनके कहने पर ही संदीप कुमार ! खैर, संदीप कुमार ने जो किया उसका खामियाजा उन्हें मिला है, लेकिन हम उम्मीद करते है कि इस तरह के कारनामे आगे किसी के सार्वजनिक नहीं होंगे, क्योंकि मंत्रियों की छबि लोगो के दिलो दिमाग पर चरित्रवान और साफ सुथरी छबि की बैठी है, इसलिये ऐसा कोई काम मत करों !
मोदी ने खोड़ी बलूचिस्तान की चिमटी -
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पाकिस्तान को उसके ही जाल में उलझा दिया है। मोदी ने बलूचिस्तान की चिमटी खोड़कर पाकिस्तान को पसीने पसीने कर दिया ! बेटा, बाप तो बाप ही होता है, यह बात अच्छी तरह से समझ ले। तूने भारत को हर दिन कभी कश्मीर का तो कभी आतंकवाद का टेंशन दिया है, लेकिन सौ सुनार की और एक लुहार की भी होती है। उलझता रह अब बलूचिस्तान के चक्कर में। ऐसी आग लगाई है कि लंबे समय तक बूझने वाली नहीं है। हो सकता है कि 1971 का इतिहास भी दोहरा दिया जाये। इसे कहते है मोदी मंत्र !
संदीप कुमार के सेक्स कांड का Exposed विडियो, देखे सिर्फ न्यूज़ ट्रैक पर
दाढ़ी वाले राहुल, अच्छे लगते है -
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी की छबि घाघ नेताओं के बीच कच्ची हंडी की बनी हुई है। वे अपने आपको पक्का खिलाड़ी बनाने का प्रयास तो कर रहे है लेकिन औंधे मुंह गिर जाते है। इसका उदाहरण आरएसएस के रूप में सामने आ चुका है। खैर, यूपी चुनाव में कांग्रेस जीत का स्वप्न संजोये हुये है और राहुल के दम की वैतरणी पार लगाने का प्रयास कांग्रेसी रणनीतिकारों द्वारा किया जा रहा है। संभवतः यही कारण है कि क्लीन राहुल को दाढ़ी मूंछ वाले राहुल के रूप में मैदान में उतार दिया है। राहुल ऐसे या वैसे दोनों लुक में अच्छे लगते है, परंतु वे यूपी के लोगों का दिल जीत पायेंगे या नहीं, इसका अभी तो पता नहीं।
और अंत में कांटा लगा -
किसी को भले ही हमारी चुभन चूभे, परंतु हम तो कह कर ही रहेंगे कि नेता हो या अधिकारी, दोहरे चरित्र को न जीयें। कांटा लगा न हाय लगा !
'शीतलकुमार अक्षय'