पॉपुलर टेनिस प्लेयर सानिया मिर्ज़ा की लाइफ अब तक कई विवादों से घिरी हुई थी. जब से वह लाइमलाइट में आई थीं। चाहे वह पाकिस्तानी क्रिकेटर शोएब मलिक से शादी हो या टूर्नामेंट के दौरान पहनी हुई 'स्कर्ट' के लिए हो. वह जो भी कदम उठाती है, वह एक मेजर हाइलाइट बन ही जाता है.
जनवरी 2008 में नेशनल फ्लैग का अनएक्सपेक्टेड वे से अपमान करने के लिए सानिया के खिलाफ एक मामला दर्ज किया गया था। मामला 1971 नेशनल हॉनर एक्ट के डिसरेस्पेक्ट की प्रिवेंशन की सेक्शन 2 के अंडर चीफ जुडिशल मजिस्ट्रेट (CJM) अदालत में फाइल्ड किया गया था. कम्प्लेनेंट ने आरोप लगाया कि मिर्जा ने एक सेरेमनी के दौरान फ्लैग की ओर अपने पैरों को डालकर नेशनल त्रिकोर का अपमान किया था, जिनकी रिपोर्ट भी की गई थी.
यही नहीं बल्कि सानिया ने अपने मैच के दौरान कुछ मुस्लिम रिलीजियस ग्रुप्स से क्रिटिसिज्म किया था, जो उन्होंने मैच के दौरान पहने छोटे शॉर्ट टेनिस क्लॉथ्स के लिए किया था. एक मुस्लिम स्कॉलर्स ने भी एक रूल बनाया था. जिसमें कहा गया था कि लेडीज टेनिस ड्रेस इस्लाम के फेवर में नहीं है. बाद में, जमीअत-उलेमा-ए-हिन्द ने क्लियर किया कि वे किसी को भी खेलने से नहीं रोकते हैं.
सानिया ने आल इंडिया टेनिस एसोसिएशन पर आरोप लगाया कि वह लिंडर पेस को खुश रखने के लिए उसे बैट के रूप में इस्तेमाल करेगी. क्योंकि बसीकली वो 2012 ओलंपिक के मिक्स्ड डबल में महेश भूपति के साथ खेलना चाहती थीं. 2012 के ओलंपिक में मेंस डबल प्रतियोगिता में भूपति और रोहन बोपन्ना दोनों ने लिंडर पेस के साथ खेलने से इंकार कर दिया था. पेस ने मिक्स्ड डबल में सानिया के साथ खेलने की मांग की थी.
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