नई दिल्ली: कांग्रेस ने अपने पूर्व सांसद सत्यव्रत चतुर्वेदी को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया है। कांग्रेस ने अनुशासनहीनता के आरोप में सत्यव्रत को पार्टी से बाहर किया है। यहां बता दें कि मध्यप्रदेश चुनाव में उन पर अपने बेटे के पक्ष में समाजवादी पार्टी के लिए प्रचार करने का आरोप है। यहां बता दें कि सत्यव्रत पार्टी प्रवक्ता भी रह चुके हैं।
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वहीं सत्यव्रत चतुर्वेदी के बेटे नितिन चतुर्वेदी इस बार छतरपुर जिले की राजनगर सीट से समाजवादी पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं। हाल ही में वे अपने बेटे के नामांकन में समर्थकों के साथ पहुंचे थे। इसके अलावा उन्होने अपने बेटे के लिए वोट भी मांगे थे। साथ ही उन्होने कहा था कि अपनी राजनीतिक विरासत बचाना चाहते हैं। तब उनके बागी हो जाने की खबरें उठी थीं। हालांकि तब सत्यव्रत ने सफाई देते हुए कहा कि मैंने कांग्रेस नहीं छोड़ी है और न ही कांग्रेस की विचारधारा।
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गौरतलब है कि अगर कांग्रेस ने 15 साल तक कोई गलती की और उस गलती को दोहराया जा रहा है तो अन्याय करना जितना बड़ा पाप है उतना ही बड़ा पाप अन्याय सहना भी है। वहीं बता दें कि सत्यव्रत चतुर्वेदी संभाग के बड़े ब्राह्मण नेता हैं। वे मध्यप्रदेश में विधायक, मंत्री और सांसद रह चुके हैं। ऐसे में उनके अपने बेटे के समर्थन में उतर आना कांग्रेस के प्रचार अभियान को नुकसान पहुंचा सकता था।
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