पंजाब नेशनल बैंक के बाद देश मे घोटालो की बाड़ सी आ गई है, इस बैंक की बाड़मेर शाखा में एक और घोटाला होने की बात सामने आयी है, इस बैंक में प्रधानमंत्री मुद्रा योजना में फर्जीवाड़े को लेकर सीबीआई ने इस मामले में पीएनबी बाड़मेर शहर के तत्कालीन ब्रांच मैनेजर इंदर चन्द्र चंदावत के खिलाफ केस दर्ज किया है. गौरतलब है कि इस योजना में कम ब्याज दरों पर लोन दिया जाता है और लोन देने के बाद इस राशि के जरिए आवेदक को कुछ संपत्ति अर्जित करनी होती है. मगर PNB की इस शाखा से जारी किए गए मुद्रा लोन में ऐसा नहीं हुआ.
सीबीआई के अधिकारी के मुताबिक राजस्थान में पीएनबी की बाड़मेर शाखा में एक सीनियर ब्रांच मैनेजर ने सितंबर 2016 और मार्च 2017 के बीच 'बेईमानी और धोखाधड़ी' से 26 मुद्रा लोन' बांटे. कहा गया है कि इसके कारण बैंक को करीब 62 लाख रुपये का नुकसान हुआ. बिजनेस स्टैंडर्ड के मुताबिक सीबीआई का कहना है कि ताजा बैंकिंग घोटाले में पीएनबी ने व्यापार या आवास का सत्यापन किए बिना आवेदकों को मुद्रा लोन जारी कर दिए.
इस योजना के माइक्रो यूनिट्स डेवलपमेंट एंड रिफाइनेंस एजेंसी (मुद्रा) योजना के तहत फर्जी लोन जारी किए गए. सीबीआई ने कहा है कि उन्होंने लोन जारी करने से पहले आवेदकों की जांच नहीं की, फिजिकल वेरीफिकेशन नहीं किया और लोन देने के बाद आवेदकों के संपत्ति अर्जित करने की भी जांच नहीं की. इसी के साथ अब घोटालेबाजो की सूची मे नीरव मोदी और मेहुल चोकसी के बाद अब चंदावत का नम भी जुड़ गया है.
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