पटना: फिल्मों में खामोश... का डायलाग बोलकर फेंमस होने वाले अभिनेता सह नेता यानी पटना साहिब से भाजपा सांसद शत्रुघ्न सिन्हा हाल ही में संपन्न हुए संसद सत्र पूरे समय खामोश रहे, जबकि उन्ही के गृह राज्य बिहार के चालीस सांसदों में से सबसे अधिक सक्रिय जन अधिकार पार्टी (लो) के सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव रहे. बक्सर से भाजपा सांसद अश्विनी चौबे 138 बहस में हिस्सा लेकर दूसरे स्थान पर रहे यह खुलासा लोक सभा की एक रिपोर्ट में हुआ.
रिपोर्ट से मिली जानकारी के अनुसार पप्पू यादव ने बिहार के सांसदों में सबसे अधिक 153 बहस में हिस्सा लिया, जबकि, पटना साहिब के भाजपा सांसद शत्रुघ्न सिन्हा संसद में न तो किसी बहस में शामिल हुए और न ही उन्होंने कोई सवाल पूछा. बिहारी बाबू की तरह अररिया के राजद सांसद तस्लीमुद्दीन भी बहस में शामिल नहीं हुए. वहीँ 128 बहस में शामिल होकर नालंदा के जदयू सांसद कौशलेन्द्र कुमार तीसरे स्थान पर रहे. सवाल पूछने के मामले में शिवहर की भाजपा सांसद रमा देवी बिहार के सांसदों में सबसे आगे रहीं. उन्होंने सरकार से 323 सवालों के जवाब मांगे.
इसी तरह दरभंगा से सांसद कीर्ति झा आजाद सरकार से 275 सवाल पूछकर दूसरा स्थान और महाराजगंज के भाजपा सांसद जनार्दन सिंह सिग्रीवाल तीसरे पायदान पर रहे. ऐसा नहीं है कि इस रिपोर्ट में निष्क्रिय सांसद शामिल नहीं हुए हैं. किशनगंज के कांग्रेस सांसद असरारुल हक ने सिर्फ एक और खगडिय़ा के लोजपा सांसद महबूब अली कैसर ने दो सवाल पूछे.
बहस से दूर रहने वाले राजद सांसद तसलीमुद्दीन ने भी दो सवाल पूछे. जबकि, समस्तीपुर के सांसद रामचंद्र पासवान ने तीन सवाल किये. वहीँ गैर सरकारी संकल्प लाने की श्रेणी में 15 की संख्या के साथ जाप सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव बिहार के सांसदों में पहले नंबर पर रहे. जबकि, दूसरे स्थान पर सीवान के सांसद ओमप्रकाश यादव और तीसरे स्थान पर महाराजगंज के सांसद जनार्दन सिंह सिग्रीवाल रहे.