अयोध्या: देश में सबसे चर्चित मामलों में से एक अयोध्या राम मंदिर मामला है। जानकारी के अनुसार बता दें कि इस मसले पर आशीर्वाद समारोह के बहाने शिवसेना देश की सियासत में हलचल पैदा कर चुकी है। अब उस समुदाय पर शिवसेना की नजह है, जिसमें कट्टर हिंदुत्व को लेकर छटपटाहट दिख रही है। इसके लिए पार्टी अग्रिम मोर्चे पर दिखना चाहती है। वहीं बता दें कि वह उत्तर प्रदेश को केंद्र में रखकर अपने संगठन को नए सिरे से खड़ा करने की तैयारी में है। शिवसेना अयोध्या मुद्दे के इर्द-गिर्द रणनीति बना रही है।
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यहां बता दें कि जानकारों के अनुसार उसका अगला कदम लखनऊ में रैली कर हिंदुत्व के मुद्दे को गर्म करना होगा। वहीं इस मामले में केंद्रीय मंत्री उमा भारती का साथ भी उद्धव ठाकरे को मिल रहा है। उन्होने उद्धव ठाकरे के प्रयास की सराहना की और कहा कि बीजेपी का राम मंदिर मुद्दे पर पेटेंट नहीं है। इसके अलावा उन्होने राम मंदिर बनवाने के लिए आजम खान और ओवैसी से भी मदद का आह्वान किया। वहीं उमा भारती ने कहा कि भगवान राम सभी के हैं। मैं एसपी, बीएसपी, अकाली दल, ओवैसी और आजम खान से अपील करती हूं कि वे राम मंदिर के निर्माण में मदद के लिए आगे आएं।
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वहीं बता दें कि शनिवार को अयोध्या पहुंचे उद्धव ठाकरे ने राम मंदिर निर्माण के मुद्दे को लेकर मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधा था। उन्होने मंदिर पर अपनी प्रतिबद्धता को साफ करते हुए केंद्र से कहा कि चाहे कानून बनाए या अध्यादेश लाए, लेकिन अयोध्या में मंदिर जल्द बनना चाहिए। वहीें शिवसेना प्रमुख ने रविवार को आरोप लगाया कि पार्टियां चुनाव के समय राम-राम करती हैं और फिर बाद में आराम से बैठ जाती हैं।
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