जो लोग भले कर्मों को करने में लगे रहते है, उन्हें भगवान शिव की प्रसन्नता अवश्य ही प्राप्त होती है। भले ही हर दिन पूजा पाठ या देव दर्शन नहीं किये जाये, लेकिन दिन में एक बार ही भले या सद् कर्म किये जाये तो भी भगवान भोलेनाथ की कृपा प्राप्त होती है।
शास्त्रों में यह लिखा गया है कि भगवान शिव का नाम कल्याण का वाचक है। शिव अर्थात भले कर्मों में लगे रहना ही शिव की सच्ची पूजा है और निश्चित ही शिव की प्रसन्नता है। भगवान शिव कल्याण प्रदान करने वाले देव है, सन्मार्ग का अवलम्बन करना ही संसार में शिव की पूजा कही जाती है।
धर्मशास्त्रों में कहा गया है कि जो व्यक्ति सद् कर्म या भले कर्म करता है उसके लिये ईश्वर भी प्रसन्न होने में देर नहीं करता। हां एक बात का विशेष ध्यान रखना होगा कि भले कर्म करते वक्त स्वयं पर गर्व न करें या यह नहीं सोचे कि मेरे से बड़ा कोई भला करने वाला दूसरा कोई नहीं।
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