मुंबई. कास्टिंग काउच को लेकर डायरेक्टर मुकेश भट्ट ने एक चौकाने वाला बयान दिया है. इस बयान को लेकर उनकी काफी आलोचना हो रही है. मुकेश भट्ट ने अपनी सफाई में कहा है कि उनकी कही गई बात को तोड़ मरोड़कर पेश किया गया है.
एक इंटरव्यू में मुकेश भट्ट से बॉलीवुड में यौन उत्पीड़न के संदर्भ में सवाल पूछा गया, तो उन्होंने कहा था, 'हम लोग क्या कर सकते हैं. कोई लड़की यौन उत्पीड़न का शिकार न बने, इसके लिए हर फिल्ममेकर के आॅफिस के बाहर पुलिस तैनात नहीं की जा सकती.
खबरों की माने तो, अब मुकेश भट्ट ने सफाई देते हुए कहा है 'मेरा ये साफतौर पर कहना था कि पहले तो इंडस्ट्री में यौन शोषण जैसी घटनाएं होनी ही नहीं चाहिए और दूसरी बात यौन उत्पीड़न लिंग पर आधारित तो बिल्कुल नहीं है.
उन्होंने कहा, जिस तरह से दुनिया में कुछ अच्छे पुरुष हैं और कुछ बुरे, उसी तरह दुनिया में ऐसी औरतें हैं जो शोषण करती हैं और धूर्त होती हैं. वे बड़ी बेशर्मी से खुद को दूसरे के सामने आॅफर भी करती हैं. उनके इस बयान के बाद उन्हें बहुत आलोचनाओं का सामना करना पड़ा था, जिसके बाद उन्होंने इस बारे में फिर बात करनी पड़ी. उन्होंने कहा,'मुझे गलत मतलब निकाला जाना बिल्कुल पसंद नहीं है, खासकर तब जबकि मुद्दा इतना संवेदनशील हो.
बता दे कि पहले मुकेश भट्ट ने कहा था कि मैं यह नहीं कह रहा हूं कि आदमियों ने कभी शोषण नहीं किया, शोषण सदियों से होता आया है. लेकिन आजकल की महिलाएं भी इतनी सीधी और मासूम नहीं हैं जैसा दिखाने की कोशिश करती हैं.
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