झारखंड विधानसभा का शीतकालीन सत्र 12 दिसंबर से शुरू होने जा रहा है. इसी को लेकर स्पीकर दिनेश उरांव ने अपने कक्ष में वरीय प्रशासनिक एवं पुलिस पदाधिकारियों की बैठक बुलाई. बैठक में गृह सचिव, डीजीपी समेत कई अधिकारी शामिल हुए. बैठक में संसदीय कार्यमंत्री सरयू राय भी उपस्थित थे. इस मीटिंग में सत्र के दौरान सारी व्यवस्था ठीक रखने की जरुरत पर ज़ोर दिया गया.
मीटिंग मे तय किया गया कि 12 से 15 दिसम्बर तक चलने वाले इस शीतकालीन सत्र के पहले दिन शोक प्रकाश सहित अन्य विधायी कार्य निपटाए जाएंगे, जबकि दूसरे दिन यानी 13 दिसंबर को प्रश्न काल और अनुपूरक बजट पेश किया जाएगा. 14 दिसंबर को प्रश्न काल और अनुपूरक मांगों पर वाद-विवाद और मतदान की प्रक्रिया सम्पन्न होगी और अंतिम दिन यानी 15 दिसंबर को प्रश्न काल, राजकीय विधेयक और गैर सरकारी संकल्प पेश किए जाएंगे.
सत्र की कम अवधि को लेकर विपक्ष पहले ही सवाल खड़ा कर चुका है. लिहाजा सत्र मे गर्मा-गर्मी की पूरी संभावना है. हालांकि सरकार की तरफ से जवाब आया कि बड़े सत्र की कार्रवाई को भी विपक्ष ठीक से चलने नहीं देता, ऐसे में बड़े सत्र का कोई मतलब नहीं बनता. इन सबके बीच रोडकट, किसान आत्महत्या, भूमि अधिग्रहण बिल जैसे कई मुद्दे हैं, जिनको लेकर विपक्ष, मौजूदा सरकार को घेर सकता है.
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